घोटाले की जांच करेगी आर्थिक अपराध शाखा
अब इसकी आर्थिक अपराध शाखा से विवेचना कराई जाएगी। एसपी ने इसकी संस्तुति करते हुए आईजी को रिपोर्ट भेज दी है।
जासं, रामपुर : समाजवादी पार्टी सरकार में हुए करीब तीन करोड़ के घोटाले की जांच पुलिस सवा साल बाद भी पूरी नहीं कर सकी। अब इसकी आर्थिक अपराध शाखा से विवेचना कराई जाएगी। एसपी ने इसकी संस्तुति करते हुए आईजी को रिपोर्ट भेज दी है।
बीते वर्ष जून में नायब तहसीलदार सदर केजी मिश्रा की ओर से सिविल लाइंस कोतवाली में मुकदमा कराया गया था। आरोप है कि पालिका के तत्कालीन अवर अभियंता द्वारा फर्जी डीपीआर तैयार किया गया। इस मामले में सीएंडडीएस के तत्कालीन निदेशक और अवर अभियंता, नगर पालिका के तत्कालीन ईओ और एई को नामजद किया गया था। इसमें प्रथम ²ष्टया करीब तीन करोड़ रुपये के गबन का आरोप पाया गया। लेकिन, 420/467/468 और 406 आईपीसी में दर्ज इस मुकदमें की विवेचना करीब सवा साल में भी पूरी नहीं हो सकी। पिछले दिनों आईजी रमित शर्मा ने जब स्टेटस रिपोर्ट तलब की तो यह खुलासा हुआ। इस पर उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश दिए। अब इस केस की जांच आईओडब्ल्यू से कराई जाएगी। एसपी ने बताया कि उन्होंने आईओडब्ल्यू से जांच कराने को अपनी संस्तुति रिपोर्ट भेजी है।