जिला कृषि परिषद का किया गया गठन
जिला कृषि परिषद का किया गया गठन।
जागरण संवाददाता, रामपुर : जनपद के किसानों के कृषि उत्पादों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बाजार उपलब्ध कराने के साथ ही उन्हें पहचान दिलाने के लिए जिले में जिला कृषि परिषद का गठन किया गया है। इसको लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक हुई। इसमें स्थानीय कृषि उत्पादों का किसानों को बेहतर आर्थिक लाभ के साथ ही कॉर्पोरेट क्षेत्र में भी किसानों की सहभागिता सुनिश्चित कराने के लिए जरूरी उपायों पर चर्चा की गई।
राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने कहा कि सरकार द्वारा निरंतर किसानों के हितों का संरक्षण एवं उनके आर्थिक उन्नयन की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे है। जनपद में जिला कृषि परिषद का गठन प्रशासन की एक बेहतरीन पहल है। इससे सरकार की मंशा को साकार रूप मिलेगा। इससे किसानों को आधुनिक पद्धति से खेती करने के तरीकों के साथ-साथ उन्हें कृषि उत्पादों का बेहतर आर्थिक लाभ भी प्राप्त हो सकेगा। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने कहा कि जनपद में किसानों की सहूलियत और लाभदायी फसलों के उत्पादन के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है। छोटे किसानों को भी एफपीओ से जुड़कर खेती करने के लिए जागरूक किया जा रहा है, ताकि किसानों में सामूहिक एवं उन्नत खेती की पद्धति का भाव उत्पन्न हो तथा वे खेत से लेकर उत्पादों की प्रोसेसिग तक पूरी प्रक्रिया में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कराते हुए भरपूर आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकें। जिला कृषि परिषद का मुख्य कार्य यह होगा कि वह पूरे जनपद के कृषि क्षेत्रों का विभिन्न कृषि उत्पादों की उत्पादकता के अनुसार प्लान तैयार करके किसानों को उन कृषि उत्पादों की फसल के लिए प्रेरित करेगी। इसके अलावा किसानों के हितों की रक्षा के साथ ही सरकार और नीति निर्माताओं तक किसानों की आवाज पहुंचाना है। खेती के साथ-साथ किसानों को मत्स्य पालन, पशुपालन, मधुमक्खी पालन समेत अन्य कृषि आधारित कार्यों से जोड़ने के लिए भी प्राथमिकता से विभिन्न कदम उठाए जाएंगे। जिला कृषि परिषद किसानों की आवश्यकता एवं मांग को अगले फोरम के माध्यम से कृषि से जुड़ी नीतियां तैयार करने वाले फोरम, शासन एवं सरकार तक पहॅुचाने में अत्यंत महत्वूपर्ण भूमिका निभाएगी।
उन्होंने स्पष्ट किया कि कृषि क्षेत्र के ग्लोबलाइजेशन की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है। इस परिषद से खेती से जुड़ी नई तकनीक एवं उत्पादों के मूल्य आदि को पारदर्शी तरीके से किसानों तक पहुंचाया जाएगा, जिससे किसान अंतर्राष्ट्रीय कृषि पद्धति एवं बाजार की मांग को ध्यान में रखते हुए उसके अनुसार अपनी खेती के तरीकों में सुधार कर सकें।
इसका सबसे सकारात्मक परिणाम यह होगा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले किसी भी कृषि से जुड़े बदलाव को किसानों तक पहुंचने में तनिक भी देर नहीं लगेगी।
उपनिदेशक कृषि नरेंद्र पाल ने बताया कि जनपद रामपुर जिला कृषि परिषद स्थापित करने वाला देश का तीसरा एवं प्रदेश का दूसरा जनपद है, जहां इस परिषद के माध्यम से किसानों के आर्थिक उन्नयन एवं विकास की दिशा में विभिन्न कदम उठाए जाएंगे।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष चन्द्रपाल सिंह, इंडियन चैंबर ऑफ ़फूड एंड एग्रीकल्चर के चेयरमैन एम जे खान, विकास खंड मिलक एवं शाहबाद के ब्लाक प्रमुख समेत कृषि क्षेत्र से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।