अधिवक्ता से लूट का एक और आरोपित गिरफ्तार
रामपुर : हाईवे पर अधिवक्ता संदीप सक्सेना और उनकी पत्नी शालू सक्सेना से लूट की घटना में फर
रामपुर : हाईवे पर अधिवक्ता संदीप सक्सेना और उनकी पत्नी शालू सक्सेना से लूट की घटना में फरार एक और आरोपित को शहजादनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 24 अक्टूबर की रात करीब 12 बजे अधिवक्ता की कार बरेली से लौटते समय शहजादनगर क्षेत्र में खराब हो गई थी। इसी दौरान कुछ बदमाशों ने उन्हें गन प्वाइंट पर लेकर लूट की थी। पुलिस ने इस घटना का पर्दाफाश करते हुए एक बदमाश को पहले ही पकड़कर जेल भेज दिया था। शहजादनगर थाना प्रभारी अमित ¨सह ने बताया कि फरार बदमाश नौगवां गांव निवासी कासिम पुत्र लियाकत को मंगलवार को मोदी होटल के सामने मजार के पास से पकड़ लिया है। जासं स्वार पुलिस की शिकायत
रामपुर : खिदमत-ए-अवाम युवा समिति के सदस्यों ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र भेजकर स्वार कोतवाली पुलिस की शिकायत की है। पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। कहा कि नौ नवंबर को सड़क हादसे में घायल मकबूल और उसकी बहन रूबीना घायल हो गए थे। इस मामले में संस्था के सदस्य कोतवाली पहुंचे तो पुलिस ने अभद्र व्यवहार किया। संस्था के कार्यकर्ता मोहम्मद आसिफ को हिरासत में ले लिया। यह मानवाधिकार का उल्लंघन है। उन्होंने शिकायत की जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है। जासं नाबालिग के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही पुलिस
रामपुर : बिलासपुर पुलिस पर नाबालिग के अपहरण के मामले में रिपोर्ट दर्ज न करने का आरोप लगा है। यह आरोप ज्वालापुर की कलसूम पत्नी रईस ने लगाया है। उन्होंने एसपी को दिए प्रार्थना पत्र में कहा है कि मुहल्ले के एक दंपती ने उनकी 15 साल की बेटी अंजुम का अपहरण कर लिया था। शिकायत करने पर दंपती ने गालियां दीं। कहने लगे कि तेरी बेटी को हमने बाहर भेज दिया है। इस घटना की तहरीर बिलासपुर कोतवाली में दी, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई के बजाय भगा दिया। महिला ने एसपी से मदद की गुहार लगाई है। जासं मंडलायुक्त के आदेश का पालन कराएं
रामपुर : टांडा थाना क्षेत्र के ग्राम दढि़याल मुस्तेहकम निवासी जिला पंचायत सदस्य जुल्फिकार पुत्र गुलाम हुसैन नन्ने ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर मंडलायुक्त के आदेश का पालन कराने की मांग की है। पत्र में कहा है कि वह जिला पंचायत के वार्ड आठ से निर्वाचित सदस्य है। सपा के एक पूर्व मंत्री ने राजनीतिक द्वेष के चलते उनके खिलाफ कुछ झूठे मुकदमे करा दिए थे। इन मुकदमों के आधार पर पुलिस ने उनके खिलाफ गुंडा एक्ट में कार्रवाई कर दी। पहली नवंबर को उन्हें छह माह के लिए जिला बदर कर दिया गया। उन्होंने इस आदेश के खिलाफ मंडलायुक्त के न्यायालय में अपील की। मंडलायुक्त ने अपर जिला मजिस्ट्रेट के पहली नवंबर के आदेश पर स्टे कर दिया है। जासं