कोर्ट के फैसले से हाथ से निकल गई अरबों की जायदाद Rampur News
कोठी खासबाग शाहबाद में लक्खी बाग बेनजीर बाग और नवाब रेलवे स्टेशन आदि शामिल हैं। करीब एक हजार हथियार भी हैं। स्ट्रांग रूम में शाही खजाना भी मिलने की उम्मीद है।
रामपुर (मुस्लेमीन)। नवाब खानदान में बंटवारे को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला सुनाया है, उससे नवाब मुर्तजा अली के वंशजों के हाथ से अरबों की जायदाद निकलने जा रही हैं, जबकि दूसरे पक्ष को 48 साल बाद संपत्ति मिलने की उम्मीद जगी है।
1972 से चल रही मुकदमेबाजी
रामपुर में नवाब खानदान की अरबों रुपये की जायदाद है, जिसके बंटवारे को लेकर 1972 से मुकदमेबाजी चल रही थी। मुकदमा जिला जज के यहां दायर हुआ था, जो बाद में हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। इस मुकदमे में सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला सुनाया है। वह देशभर के राजपरिवारों के लिए नजीर बन गया है। दरअसल राजपरंपरा के अनुसार नवाब का बड़ा बेटा ही सारी संपत्ति का हकदार होता रहा लेकिन, सुप्रीम कोर्ट ने रामपुर के नवाब खानदान की संपत्ति का बंटवारा शरीयत के हिसाब से करने के आदेश दिए हैं। रामपुर में आखिरी नवाब रजा अली खां का राज 1949 तक रहा। 1967 में उनकी मौत होने पर सारी संपत्ति पर बड़े बेटे नवाब मुर्तजा अली काबिज हो गए। इसी के विरोध में परिवार के दूसरे सदस्यों ने मुकदमा दायर कर दिया। तब से कोर्ट में मकदमा चलता रहा लेकिन, सारी संपत्ति पर अभी तक स्वर्गीय मुर्तजा अली खां के बेटे मुराद मियां और बेटी निगहत आब्दी ही काबिज रहीं। अब कोर्ट के फैसले से उनके हाथ से अरबों रुपये की संपत्ति निकले जा रही है। अब यह जायदाद 16 हिस्सों में बंटेगी।
परंपरा के खिलाफ फैसला : नवेद मियां
पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां कहते हैं कि यह देश का पहला फैसला है, जो राजपरंपरा के खिलाफ आया है। इस फैसले से उन राजपरिवारों को भी लाभ मिलेगा, जिनके संपत्ति को लेकर मुकदमे चल रहे हैं। इन मुकदमों में यह फैसला नजीर के रूप में पेश किया जाएगा।
बेटियों को भी मिलेगा हिस्सा
नवाब रजा अली खां के तीन बेटे और पांच बेटियां हुईं। तीनों बेटों की मौत हो चुकी हैं। संपत्ति में सबसे बड़े बेटे स्वर्गीय नवाब मुर्तजा अली खां के बेटे मुहम्मद अली खां उर्फ मुराद मियां और बेटी निखत आब्दी भी हिस्सेदार हैं। दूसरे बेटे स्वर्गीय नवाब जुल्फिकार अली खां उर्फ मिक्की मियां की पत्नी पूर्व सांसद बेगम नूरबानो, बेटे पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां, बेटी समन और सबा शामिल हैं। तीसरे बेटे स्वर्गीय आबिद अली खान की पत्नी गिसेला लेस्चबोर उर्फ गिसेला मारिया अली खान, इनके पुत्र रजा लेडस्चबोर व नदीम लेडस्चबोर उर्फ सैयद नदीम अली खान भी हिस्सेदार हैं। नवाब की बेटियों में मेहरुन्निशा बेगम, सैयदा ब्रिजीश लका बेगम,स्वर्गीय सैयदा अख्तर लका बेगम,सैयदा नाहिद लका बेगम, सैयदा कमर लका बेगम शामिल हैं। स्वर्गीय अख्तर लका बेगम के बेटे सिराजुल हसन व तलत फात्मा भी हिस्सेदार हैं। नवाब खानदान की बेशुमार दौलत है। 1073 एकड़ जमीन है।