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कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट में किया प्रदर्शन

यह सरकार की किसान विरोधी नीतियों का सुबूत है कांग्रेस किसानों के हित में सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष के लिए तैयार है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 06:10 PM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 06:19 PM (IST)
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट में किया प्रदर्शन
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट में किया प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, रामपुर : कांग्रेस •िालाध्यक्ष धर्मेंद्र देव गुप्ता के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। इसके बाद राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा। पूर्व उपाध्यक्ष मुतीउर्रहमान खां बब्लू ने कहा प्रदेशभर में धान क्रय केंद्रों पर किसानों के धान की बिक्री कम होने से किसान परेशान हैं। इसके अलावा नमी के नाम पर वजन में काफी कटौती की जा रही है, जिससे किसानों को काफी नुकसान हो रहा है। उत्तर प्रदेश की कई मंडियों में किसानों की धान खरीद नहीं हो रही है। कई स्थानों पर किसानों को मजबूर होकर एमएसपी से काफी नीचे एक हजार से 11 सौ रुपये में धान बेचना पड़ रहा है। धान खरीद में व्याप्त भ्रष्टाचार और अनियमितता के कारण किसान अपने धान को बेचने के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। सरकार किसानों की तरफ से आंख मूंदकर बैठी है। प्रदेश में थोड़े बहुत जो धान क्रय केंद्र खुले हैं उन पर किसानों का शोषण किया जा रहा है। भाजपा सरकार की किसान विरोधी नीति के कारण किसानों की आर्थिक स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। कहा भाजपा ने 2017 के अपने चुनावी घोषणा पत्र में गन्ना किसानों से 14 दिन में पूर्ण भुगतान करने का वादा किया था और ऐसा न होने पर बकाए पर ब्याज देने की भी घोषणा की थी। सरकार के साढ़े तीन साल बीत जाने के बाद भी यह वादा अन्य वादों की तरह जुमला ही साबित हुआ। गन्ना किसानों का लगभग 14 हजार करोड़ रुपये अब भी बकाया है। सरकार अपने वादे के मुताबिक गन्ना किसानों को तत्काल बकाया भुगतान सुनिश्चित करवाए। विगत माह में किसानों के निजी नलकूपों के बिजली की कीमत में बढ़ोत्तरी की गई है। इसको शीघ्र वापस लिया जाए।

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उन्होंने कहा कि निजी नलकूपों की पांच से 10 हार्स पॉवर के कनेक्शन की श्रेणी को समाप्त कर सभी नलकूपों को साढ़े बारह हार्स पॉवर के कनेक्शन की कीमत की अनिवार्यता की गई है। इससे किसानों को ढाई से तीन हजार रुपये मासिक नुकसान हो रहा है। सरकार को इन्हें सब्सिडी देनी चाहिए। सरकार ने किसानों के बिजली की कीमत में 2017 और 2019 में भी बढ़ोत्तरी की थी। यह सरकार की किसान विरोधी नीतियों का सुबूत है कांग्रेस किसानों के हित में सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष के लिए तैयार है।

इस मौके पर शहर अध्यक्ष मामून शाह खां, युवा कांग्रेस के •िालाध्यक्ष नोमान खां, सतनाम सिंह, अब्दुल सबूर खां, चितरंजन श्रीवास्तव, महेंद्र यदुवंशी, रईस अहमद, हाजी नाजिश खां,आमिर कुरैशी, अमित कुमार, रामगोपाल सैनी, जगदीश अवस्थी, दिव्यांश सिघल, रिया•ा अहमद, जिवेंद्र गंगवार, रमेश कुमार, अकरम सुल्तान, मोहसिन मुस्तफा, दलजीत सिंह, अय्यूब अली, हनीफ अहमद, अतहर अली, अंकुश अग्रवाल आदि रहे


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