सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के विवादित बयान को लेकर कांग्रेसियों का आक्रोश
सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने मौन व्रत रख कर दिया धरना
जागरण संवाददाता, रामपुर : सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा संसद में दिए गए विवादित बयान को लेकर कांग्रेसियों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को उन्होंने इसके विरोध में पुन: आंदोलन किया। कार्यकर्ता गांधी समाधि गांधी पर इकट्ठा हुए। वहां पर साध्वी प्रज्ञा की संसद से सदस्यता बर्खास्त करने और प्रधानमंत्री की सदबुद्धि के लिए मौन रख कर धरना दिया।
इस से पूर्व बैठक में नगर अध्यक्ष मामून शाह खां ने कहा कि जो महात्मा गांधी के हत्यारे को देशभक्त कहे और राष्ट्रपिता का अपमान करे, ऐसी सोच रखने वाली प्रज्ञा ठाकुर को संसद में प्रवेश करने का अधिकार नहीं है। प्रधानमंत्री को अपनी नीयत साफ करनी चाहिए कि वह किसके समर्थक हैं, महात्मा गांधी के या गोडसे के। कहा कि प्रधानमंत्री ने राजनीति का स्तर काफी गिरा दिया है। उनके सामने उनके लोग संसद का अपमान कर रहे हैं। विश्व में महात्मा गांधी की जो ख्याति है, आज तक कोई भी उस मुकाम तक नहीं पहुंच सका है। राष्ट्रपिता का अपमान किसी हाल में बर्दाश्त नही किया जाएगा। प्रधानमंत्री जवाब दें कि साध्वी प्रज्ञा की सदस्यता खत्म करेंगे या नहीं। भारतीय जनता पार्टी स्पष्ट करे कि वह गांधी की विचारधारा पर चलना पसंद करती है या नाथूराम गोडसे की। उन्होंने कहा कि महज खेद प्रकट करने से काम नहीं चलेगा। देश जानना चाहता है कि साध्वी को सदन से कब बर्खास्त किया जा रहा है।
इस अवसर पर युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष नोमान खां, आसिफ खां, एजाज खां, आमिर कुरैशी, शैजी राहुल, रहमान अली, फैसल हसन, सलमान अली, मेहरबान अली, राशिद खां, सलीम अहमद, ताबिश खां, महफूज खां, शादाब खां, इमरान खां, शकील मंसूरी, मणि कपूर व शरीफ अहमद आदि रहे।