सीआरपीएफ सेंटर पर हमले के बाद आए थे तत्कालीन मुख्यमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री
सीआरपीएफ सेंटर पर हमले के बाद आए थे तत्कालीन मुख्यमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री
जागरण संवाददाता, रामपुर : सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर पर आतंकी हमले के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती और केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल भी रामपुर आए थे। दोनों ने ही अफसरों को आतंकियों को तत्काल गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। इनके अलावा पुलिस और खुफिया विभाग के आला अफसर भी रामपुर आए और आतंकियों के बारे में जानकारी की। पुलिस और खुफिया विभाग की सक्रियता के चलते चंद रोज बाद ही आतंकी पुलिस की गिरफ्त में आ गए थे। इनमें दो आतंकी इमरान और फारुक पाकिस्तान के हैं। इन दोनों ने ही ग्रुप सेंटर पर हैंड ग्रेनेड और एके-47 से जवानों पर हमला किया था, जिसमें सात जवानों की जान चली गई थी, पांच पुलिस के जवान भी घायल हुए थे। सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर के गेट के पास एक रिक्शा चालक की भी हत्या कर दी थी।
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पहले सेंटर के अंदर आने-जाने पर नहीं थी कोई रोक
उन दिनों सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर के अंदर आने-जाने पर किसी की रोक नहीं थी। आगापुर के तमाम लोग सीआरपीएफ के गेट नंबर एक से होकर निकलते थे। आतंकवादियों ने भी इसी छूट का फायदा उठाया और अंधाधुंध फायरिग करते हुए गेट के अंदर चले गए, जिससे सात जवानों की जान चली गई। इस मामले को केंद्र और प्रदेश सरकार ने गंभीरता से लेते हुए आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की। इन पर देशद्रोह का भी चार्ज लगाया गया। दोनों पाकिस्तानी आतंकियों पर चार्ज लगाते हुए अदालत ने भी माना कि आतंकी हमला सरकार के खिलाफ युद्ध करने जैसा है।