वीडियो वायरल करने पर कोरोना संक्रमित के खिलाफ मुकदमा
कोरोना संक्रमित मरीज द्वारा वीडियो वायरल करने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
रामपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमित मरीज द्वारा वीडियो वायरल करने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। वीडियो में उसने कोरोना बीमारी को लेकर गलत संदेश दिया। बीमारी की गंभीरता को कम करके लोगों को भ्रमित करने का प्रयास किया।
मरीज मिलक तहसील के खमरिया गांव का रहने वाला था और जौहर अस्पताल में भर्ती था। वह नोएडा की फैक्ट्री में काम रता था। 17 मई को गांव आने पर क्वारंटाइन कर नमूना लिया गया था। 24 मई को रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर जौहर यूनिवर्सिटी में बने कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया गया था। करीब तीन मिनट के वीडियो में वह कहा कि उसे कोई दिक्कत नहीं है। फिर भी पता नहीं उसे यहां क्यों रखा है। वह 45 सेकेंड तक सांस भी रोक सकता है। उसने सेंटर में इलाज के नाम पर कोई दवा भी नहीं दिए जाने का आरोप लगाया था। जिला सर्विलांस अधिकारी बनाए गए डिप्टी सीएमओ डॉ. मनोज कुमार शुक्ला ने अजीमनगर थाने में तहरीर दी। अजीमनगर थाना प्रभारी सुभाष मावी ने बताया कि आइटी एक्ट, महामारी अधिनियम आदि धाराओं में मरीज के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
मरीजों में नहीं मिल रहे कोरोना के लक्षण
जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि यह हरकत नादानी में की या फिर जागरूकता के अभाव में ऐसा किया। लोग कोरोना की गंभीरता को कम न समझें। अभी तक इसकी कोई दवा नहीं बनी है। जिले में जितने कोरोना संक्रमित मिले हैं, उनमें कोई लक्षण नहीं थे। प्रोटोकॉल के मुताबिक ऐसे मरीजों को आइसोलेशन में रखकर उनकी निगरानी की जाती है। यदि उनमें बुखार, जुकाम और खांसी जैसे कोई लक्षण मिलते हैं तो उसके मुताबिक इलाज दिया जाता है। यदि लक्षण नहीं है तो फिर दवा की जरूरत नहीं। ऐसी स्थिति में उनके खान-पान पर ध्यान देते हैं।