बैंकों में लेनदेन करते समय रखें सावधानी
जिले में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। इससे संक्रमित होने।
जागरण संवाददाता, रामपुर : जिले में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। इससे संक्रमित होने वालों की संख्या 1400 के करीब पहुंच गई है। इनमें बैंक कर्मचारी भी शामिल हैं। तमाम सुरक्षा उपायों के बावजूद बैंक कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित होने से खौफ का माहौल है। एक बैंक प्रबंधक की मौत भी हो चुकी है। ऐसे में बैंक अधिकारी ग्राहकों से अन्य विकल्पों के जरिए लेनदेन की अपील कर रहे हैं। कोरोना वायरस का अटैक अब सरकारी दफ्तरों में होने लगा है। शायद ही कोई ऐसा विभाग होगा, जिसके कर्मचारी संक्रमित न हुए हों। इनमें बैंक भी शामिल हैं। जिले के ज्यादातर बैंकों में कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं। इनमें सरकारी और प्राइवेट बैंक शामिल हैं। स्टेट बैंक समेत पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, जिला सहकारी बैंक, न्यू अर्बन को-आपरेटिव बैंक, प्रथमा बैंक, आइसीआइसीआइ बैंक, इन्डसइन्ड बैंक आदि शामिल हैं। इन बैंकों के करीब 25 कर्मचारी अब तक संक्रमित हो चुके हैं। यह हाल तब है, जबकि बैंकों में कोरोना से बचाव के सभी उपाय किए जाते हैं।
सैनिटाइजेशन के बाद ही ग्राहकों की बैंक में होती है एंट्री
रिजर्व बैंक की गाइडलाइन और कोविड नियमों के मुताबिक बैंकों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे कोविड हेल्थ डेस्क स्थापित करें। ग्राहकों की एंट्री से पहले उनकी थर्मल स्क्रीनिग करें। पल्स चेक करें। उनके हाथों को सैनिटाइज कराएं। रजिस्टर में उनका नाम, खाता नंबर, मोबाइल नंबर आदि अंकित करें। ग्राहक के मोबाइल में आरोग्य सेतु एप और आयुष कवच डाउनलोड होना भी जरूरी है।
नोटों से कोरोना फैलने की संभावना
लीड बैंक मैनेजर टीपी सिंह कहते हैं कि सभी सुरक्षा उपायों के बावजूद यदि बैंक कर्मचारी संक्रमित हो रहे हैं तो इसकी वजह करेंसी भी हो सकती है। नोटों के लेनदेन से कोरोना फैलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसके लिए बैंक अपने ग्राहकों से डिजिटल लेनदेन पर जोर दे रहे हैं। ग्राहकों को मोबाइल बैकिग के जरिए लेनदेन करने को कहा जा रहा है। इससे बैंक कर्मचारियों के साथ ग्राहक भी कोरोना संक्रमण से बच सकते हैं। इसके लिए कई विकल्प हैं। आरटीजीएस, नेफ्ट, भीम एप, पोस्ट पेमेंट बैंकिग आदि के जरिए ग्राहक लेनदेन कर सकते हैं।