हाथियों के हमले से बरेली के वनरक्षक की मौत
बरेली की सीमा में घुसते ही हाथियों ने बरेली के वनरक्षक पर हमला कर उसे घायल कर दिया। घायल को इलाज के लिए ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई। जंगली हाथियों के हमले से अब तक वनरक्षक समेत दो व्यक्तियों की मौत हो गई जबकि दो व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए। उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। मंगलवार की रात वन संरक्षक मुरादाबाद सुरेश कुमार यादव डीएफओ एके कश्यप रेंजर राधेश्याम ने वन कर्मचारियों एवं पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर दोनों जंगली हाथियों को गांव मंगतपुर आकिलपुर सितौरा नरसुआ रसूलपुर सिसौना आदि गांवों की ओर से दोनों जंगली हाथियों को बरेली के गांव तिगड़ी में पहुंचा दिया। इस दौरान रेंजर राधेश्याम के मुताबिक जंगली हाथी थाना शीशगढ़ के गांव तिगड़ी पहुंचाने के दौरान बरेली के वनरक्षक हेमंत कुमार हाथियों की लोकेशन चेक रहे थे।
बिलासपुर : क्षेत्र से बरेली की सीमा में खदेड़े गए हाथियों ने वन रक्षक पर हमला कर दिया। हाथियों के हमले से वन रक्षक की मौत हो गई। अब तक हाथियों द्वारा वन रक्षक समेत दो लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दो अस्पताल में जिदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हाथियों के इस तरह हिसक होने से अब जिले की सीमा से सटे उत्तराखंड के रुद्रपुर व बरेली के ग्रामीण भी दहशत में आ गए हैं।
मंगलवार की रात वन संरक्षक मुरादाबाद सुरेश कुमार यादव, डीएफओ एके कश्यप, रेंजर राधेश्याम ने वन कर्मचारियों एवं पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर दोनों जंगली हाथियों को मंगतपुर, आकिलपुर, सितौरा, नरसुआ, रसूलपुर, सिसौना आदि गांवों के रास्ते से बरेली जिले के थाना शीशगढ़ स्थित गांव तिगड़ी में पहुंचा दिया था। हाथियों ने वहां भी उत्पात मचाना शुरू कर दिया। इसकी जानकारी पर बरेली के वन विभाग की टीम हाथियों की लोकेशन ढूंढने निकली। बुधवार दोपहर करीब 12 बजे बरेली के वन रक्षक हेमंत कुमार जब हाथियों की लोकेशन चेक कर रहे थे तो हाथियों ने उन पर हमला कर दिया। इस हमले में वन रक्षक गंभीर रूप से घायल हो गए। वन कर्मचारी उन्हें अस्पताल ले जाने लगे, लेकिन रास्ते में उनकी मौत हो गई। हाथियों के हमले में वन रक्षक की मौत की जानकारी पर रामपुर से वन विभाग की टीम भी वहां पहुंच गई। डीएफओ एके कश्यप, वन रेंजर राधेश्याम आदि अधिकारी बरेली वन विभाग की टीम के साथ वहीं डेरा डाले हुए हैं। हाथियों के हमले ने तीन जिलों के ग्रामीणों को दहशत में डाल दिया है। कुछ दिन पहले दो हाथी जंगलों से होते हुए बिलासपुर क्षेत्र में आ गए थे। यहां दो लोगों पर हमला किया था, जिसमें एक की मौत हो गई थी। इसके बाद हाथियों को वन विभाग की टीम ने उत्तराखंड की ओर खदेड़ दिया था। उत्तराखंड की सीमा रुद्रपुर में हाथियों ने उत्पात मचाया तो वहां से ग्रामीणों ने उन्हें खदेड़ दिया। दोनों हाथी वापस जिले की सीमा में आ गए। मंगलवार को फिर हमला कर एक ग्रामीण को घायल कर दिया। टीम ने रात में हाथियों को बरेली की ओर भेजा तो हाथियों ने वहां वन रक्षक को ही हमला कर मार दिया। हिसक हो चुके जंगली हाथियों से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना है। वन विभाग के पास संसाधनों की कमी के चलते उन्हें पकड़ा नहीं जा रहा है।
जंगली हाथी हुए हिसक, ग्रामीणों में दहशत
बिलासपुर : हिसक हुए दो जंगली हाथियों से क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशत का माहौल व्याप्त है। ग्रामीणों में अभी दहशत बनी हुई है कि हाथी दोबारा क्षेत्र में न आ जाएं।
बीती 29 जून की रात नेपाल से भागकर दो जंगली हाथी बरेली जिले की सीमा से होते हुए क्षेत्र के गांव हजरतपुर पहुंचे। इसके पश्चात दोनों रविवार की सुबह जंगल के रास्ते गांव इन्दरपुर, बारादरी में पहुंच गए। दोनों हाथियों ने जमकर उत्पात मचाने के साथ ही बिहार प्रांत के जिला छपर्रा निवासी बैजनाथ और उसके कुत्ते को पटक-पटक कर मार डाला। वहीं हाथियों के हमले से शौच को गए किसान लखविन्द्र सिंह लक्खा घायल हो गया। इसके बाद वन विभाग टीम ने दोनों हाथियों को उत्तराखंड सीमा में भगा दिया। रुद्रपुर के अस्पताल में चल रहा घायल का इलाज
बिलासपुर : मंगलवार को हाथियों के हमले में घायल हुए मानपुर ओझा गांव निवासी रंजन वाला की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है। उसका रुद्रपुर के गौतम अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसे आइसीयू में भर्ती किया गया है। घायल के भाई शेलेनवाला ने बताया कि प्रशासन से भाई के इलाज के लिए मुआवजे की मांग की है।