सुप्रीम कोर्ट से इंसाफ मिला: आजम खां
जागरण संवाददाता, रामपुर : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां ने कहा कि लोकतंत्र
जागरण संवाददाता, रामपुर : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां ने कहा कि लोकतंत्र में सरकारें जब जुल्म करने लगती हैं तब सुप्रीम कोर्ट से इंसाफ मिलता है। हमें भी कोर्ट से इंसाफ मिला है। प्रदेश सरकार ने जल निगम में इंजीनियरों की भर्ती को लेकर एसआईटी जांच कराई और हमारे खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराकर इंजीनियरों को बर्खास्त भी कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने इंजीनियरों की बर्खास्तगी को गलत मानकर उनकी बहाली के आदेश दिए हैं। प्रदेश सरकार के मंत्री हमारे जेल जाने की बात कर रहे थे, लेकिन हम जेल जाने से नहीं डरते। इमरजेंसी में पौने दो साल जेल में रह चुके हैं।
पूर्व मंत्री आजम खां शुक्रवार को मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी में मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार में हमें परेशान किया जा रहा है। हमारे हर काम की कई-कई बार जांच कराई जा रही है। सपा सरकार में हम मंत्री होने के साथ जल निगम के अध्यक्ष भी थे। हमने जल निगम में इंजीनियरों की भर्ती करके बेरोजगारों को रोजगार दिया, लेकिन भाजपा सरकार इंजीनियरों को बर्खास्त कर दिया। सरकार के फैसले के विरोध में इंजीनियरों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। कोर्ट ने इंजीनियरों की बहाली के आदेश दिए हैं, लेकिन सरकार ने आदेशों का पालन नहीं किया। इसके बाद अवमानना याचिका दायर की गई। इसके खिलाफ प्रदेश सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार की याचिका को खारिज करते हुए इंजीनियरों की बर्खास्तगी के आदेश को गलत माना है। आजम खां ने कहा कि इस मामले में हमें और हमारे ओएसडी को परेशान करने के लिए एसआईटी जांच कराई और एफआइआर भी दर्ज कराई, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इंजीनियरों के साथ भी हमारे साथ भी इंसाफ किया है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की जय हो।
पत्रकारों ने सवाल किया कि एक मंत्री कह रहे हैं कि आजम खां को एक दिन जेल जाना होगा। इसके जवाब में बोले, हम जेल जाने से नहीं डरते। इमरजेंसी में पौने दो साल जेल में रहे हैं। हम कोई शराब की हट्टी नहीं चलाते और न ही नशे में रहते हैं। मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए बोले कि मोदी जी ने हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वायदा किया था। इस तरह उनके कार्यकाल में दस करोड़ युवाओं को नौकरी मिलनी चाहिए थी, लेकिन वह दस लोगों को भी नौकरी नहीं दे सके हैं। नौकरी देने के बजाय चाय और पकौड़े बेचने की बात करते हैं। गौरतलब है कि पिछले दिनों पुराने लालपुर पुल को तोड़े जाने और उसका सामान गायब होने को लेकर जांच बैठाई गई थी। पुल का सामान ¨सचाई विभाग के पास मौजूद है।