अब्दुल्ला के दो जन्म प्रमाणपत्र मामले में कोर्ट नहीं पहुंचे Azam Khan के अधिवक्ता, अब नहीं होगी गवाह से बहस
Azam Khans case hearing पुलिस ने आजम खां के अलावा उनके बेटे विधायक अब्दुल्ला और पत्नी पूर्व सांसद डा. तजीन फात्मा को भी नामजद किया है। पुलिस ने तीनों के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किए थे। इसकी सुनवाई एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट (मजिस्ट्रेट ट्रायल) में चल रही है।
रामपुर, जागरण संवाददाता। Abdullah Azam's two birth certificates case: बेटे अब्दुल्ला आजम (Abdullah Azam) के दो जन्म प्रमाण पत्र मामले में आरोपित शहर विधायक आजम खां (Azam khan) के अधिवक्ता गवाह से जिरह करने कोर्ट नहीं पहुंचे, जिस पर अदालत ने जिरह का अवसर समाप्त कर दिया है। अदालत अब छह अक्टूबर को सुनवाई करेगी। भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने आजम खां के खिलाफ बेटे के दो जन्म प्रमाण पत्र अलग-अलग जन्मतिथि से बनवाने के आरोप में प्राथमिकी पंजीकृत कराई थी।
अभियोग में आजम के बेटे और पत्नी भी नामजद
इस मामले में पुलिस ने आजम खां के अलावा उनके बेटे विधायक अब्दुल्ला और पत्नी पूर्व सांसद डा. तजीन फात्मा को भी नामजद किया है। पुलिस ने तीनों के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किए थे। इसकी सुनवाई एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट (मजिस्ट्रेट ट्रायल) में चल रही है। अभियोजन की ओर से पिछली तारीख पर लखनऊ नगर निगम में नगर स्वास्थ्य अधिकारी एसके रावत को गवाही के लिए बुलाया था। उनके बयान हो गए थे।
अदालत ने खारिज किया अधिवक्ता का स्थगन प्रार्थना पत्र
शनिवार को उनसे आजम खां के अधिवक्ता द्वारा जिरह की जानी थी। भाजपा नेता के अधिवक्ता संदीप सक्सेना ने बताया कि सुनवाई के दौरान विधायक आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला कोर्ट नहीं आए। उनके अधिवक्ता भी कोर्ट नहीं पहुंचे। अधिवक्ता की ओर से स्थगन प्रार्थना पत्र आया था, जिसे अदालत ने खारिज करते हुए गवाह से जिरह का अवसर समाप्त कर दिया है। अब अदालत छह अक्टूबर को सुनवाई करेगी, जिसमें नए गवाह को तलब किया जाएगा। नया गवाह किंग जार्ज मेडिकल कालेज की डा. उमा सिंह हो सकती हैं।
रामपुर नगर पालिका व लखनऊ नगर निगम से बने हैं जन्म प्रमाण पत्र
गौरतलब है कि इस मामले में आजम खां का कहना है कि अब्दुल्ला का जन्म लखनऊ में हुआ था। वहां नगर निगम से उसका जन्म प्रमाण पत्र बना है, जबकि प्राथमिकी कराने वाले भाजपा नेता आकाश सक्सेना का आरोप है कि अब्दुल्ला का जन्म रामपुर में हुआ था। उनका जन्म प्रमाण पत्र रामपुर नगर पालिका से बना है, जिसमें उनकी उम्र चुनाव लड़ने योग्य नहीं थी। उम्र बढ़ाने के लिए दूसरा जन्म प्रमाण पत्र लखनऊ से बनवाया गया।