मुरादाबाद-बरेली के आजम समर्थकों पर भी कानूनी शिकंजा
रामपुर के डूंगरपुर में मकान तोड़कर कालोनी बनाने के मामले में दर्ज हुए हैं 11 मुकदमे।
जागरण संवाददाता, रामपुर: सांसद आजम खां के समर्थकों पर अब पुलिस मजबूती से शिकंजा कस रही है। रामपुर शहर ही नहीं, बल्कि आसपास के जिलों में भी उनके समर्थकों पर कार्रवाई की जा रही है। सप्ताहभर पहले पुलिस ने आजम के करीबी बरेली जिले के ठेकेदार बरकत अली के घर की कुर्की की थी। अब मुरादाबाद में यूसुफ मलिक के घर पर कुर्की के लिए नोटिस चस्पा किया है। उसके खिलाफ रामपुर के अजीमनगर थाने में हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज है।
पिछले साल जुलाई में आजम और उनके समर्थकों के खिलाफ डूंगपुर प्रकरण में 11 मुकदमे लिखे गए थे। सपा शासनकाल में डूंगरपुर में आसरा आवास बनवाए थे। जब यह कालोनी बनाई जानी थी, तब यहां कुछ लोगों के घर थे। जिन्हें नगर पालिका की जमीन बताते हुए तोड़ दिया गया था। पीड़ितों ने पिछले साल गंज थाने में घर तोड़ने और सामान लूटने के मुकदमे दर्ज कराए। कालोनी बनवाने वाले बरेली के मीरगंज निवासी ठेकेदार बरकत अली को भी नामजद किया गया। लेकिन, वह फरार हो गया। इस पर सप्ताहभर पहले पुलिस ने उसके घर की कुर्की कर ली। बाद में गिरफ्तारी भी कर ली। मुरादाबाद के जिगर कालोनी निवासी सपा नेता यूसुफ मलिक के खिलाफ भी अजीमनगर थाने में हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज हुआ। लेकिन, वह कोर्ट में हाजिर नहीं हुए। इस पर अदालत ने उसके भी कुर्की के नोटिस जारी कर दिए, जो अजीमनगर पुलिस ने उसके घर पर चस्पा कर दिए हैं। पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम का कहना है कि जो लोग अभी तक गिरफ्तार नहीं हो सके हैं और जिन्होंने कोर्ट में समर्पण नहीं किया है, अब उनके खिलाफ कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई की जा रही है।
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रामपुर की जेल में बंद हैं पूर्व सीओ
आजम के करीबी पूर्व सीओ सिटी आले हसन खां के खिलाफ 56 मुकदमे दर्ज हैं। अब वह भी रामपुर की जेल में हैं, जबकि आजम, उनकी पत्नी और बेटे अब्दुल्ला सात माह से सीतापुर जेल में बंद हैं।