सेवानिवृत्ति के निर्णय के विरोध में हड़ताल पर रहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
बिना फंड पेंशन एवं सुविधा आदि के सेवानिवृत्त करने का निर्णय का विरोध किया।
जागरण संवाददाता, रामपुर : सरकार द्वारा लिए गए सेवानिवृत्ति के निर्णय के विरोध में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने दो दिवसीय हड़ताल की घोषणा की है। इस अवसर पर उनकी ओर से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया। उसमें कहा है कि कोरोना संकट में अग्रिम पंक्ति की योद्धा के रूप में काम करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सरकार ने बड़ा आघात पहुंचाया है।
62 वर्ष की आयु पूरी करने वाली कार्यकर्ताओं को बिना किसी फंड, पेंशन एवं सुविधा आदि के सेवानिवृत्त करने का निर्णय लिया गया है, जो कि गलत निर्णय है। कहा है कि इन कार्यकर्ताओं में अधिकतर बहुत गरीब हैं। इनमें से कोई विधवा और तलाकशुदा है तो कोई दिव्यांग। इस संकटकाल में जब उन्हें हमदर्दी की सख्त आवश्यकता थी तो सरकार ने अचानक यह फैसला ले लिया। इस निर्णय से उन पर संकट का पहाड़ टूट पड़ा है। में मांग की है कि रिटायरमेंट की प्रक्रिया को तुरंत टाला जाए। सेवानिवृत्ति पर उन्हें 10 हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन व परिवार की सदस्य को कार्यकर्ता के पद पर नौकरी देने की मांग की है। इसके अलावा 21 हजार रुपये वेतन देने के साथ ही खाली पदों पर नियुक्ति करने की मांग भी की है। ज्ञापन पर मिथलेश चौधरी, सुषमा रानी, लक्ष्मी मिश्रा, समीना बी व मंजू सक्सेना आदि के हस्ताक्षर हैं।