वकीलों के बीच मारपीट, मची अफरातफरी
रामपुर : युवा अधिवक्ता और डीजीसी के बीच मारपीट से कचहरी परिसर से लेकर कलेक्ट्रेट तक अफरातफरी मच गई।
रामपुर : युवा अधिवक्ता और डीजीसी के बीच मारपीट से कचहरी परिसर से लेकर कलेक्ट्रेट तक अफरातफरी मच गई। युवा अधिवक्ता ने डीजीसी पर मारपीट करने और रिवाल्वर तानने का आरोप लगाया, जिसके बाद इकट्ठा हुए अधिवक्ताओं ने डीजीसी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया। वकीलों के बीच मारपीट के बाद हुए हंगामे की सूचना पर शहर के तीन थानों की पुलिस आ गई। पीएसी भी पहुंच गई। बाद में वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने दोनों के बीच समझौता कराकर मामला शांत करा दिया।
घटना शुक्रवार को तब हुई, जब युवा अधिवक्ता एक मुकदमे में अपने मुवक्किल की गवाही कराने कोर्ट गए थे। उन्होंने जिला शासकीय अधिवक्ता (डीजीसी) से जल्दी गवाही कराने को कहा, लेकिन डीजीसी ने बाद में आने को कहा। इसी को लेकर दोनों में कहासुनी हो गई। बात बढ़ने पर मारपीट हो गई। युवा अधिवक्ता ने आरोप लगाया कि डीजीसी ने उन्हें थप्पड़ मारा और रिवाल्वर भी तान दिया। इस पर साथी अधिवक्ता भड़क गए। डीजीसी के खिलाफ एकजुट होकर आ गए। डीजीसी का दफ्तर घेर लिया। वकीलों के हंगामे की सूचना पर सिविल लाइंस, गंज और शहर कोतवाली पुलिस आ गई। कचहरी में तैनात पीएसी जवान भी पहुंच गए। अधिवक्ताओं को समझा बुझाकर वहां से हटाया। इस पर अधिवक्ता नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी से शिकायत करने कलेक्ट्रेट पहुंचे। जिलाधिकारी कार्यालय में नहीं थे।
इस पर अधिवक्ता अपर जिलाधिकारी प्रशासन उमेश कुमार मंगला के कार्यालय पहुंचे। डीजीसी के खिलाफ कार्रवाई करने और पद से हटाने की मांग करने लगे। इस बीच बार एसोसिएशन के पदाधिकारी भी आ गए। उन्होंने वकीलों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। इसी दौरान डीजीसी की कार कलेक्ट्रेट से गुजरी तो वकीलों ने उसे रोक लिया। सूचना पर सीओ सिटी ओपी आर्य फोर्स लेकर वहां आ गए। वह वकीलों को किसी तरह समझा बुझाकर अपर पुलिस अधीक्षक सुधा ¨सह के कार्यालय ले आए। यहां बार एसोसिएशन के पदाधिकारी और वरिष्ठ अधिवक्ताओं की मौजूदगी में दोनों पक्षों के बीच समझौता करा दिया गया।
सिविल लाइंस कोतवाल इन्द्रेश ¨सह ने बताया कि दोनों ओर से किसी पक्ष ने तहरीर नहीं दी है। उधर, बार एसोसिएशन के महासचिव बेताब ¨सह यादव ने बताया कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया है।