हर सिख का फर्ज है अमृत पान करना
रामपुर । जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश दिवस गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में धूमधाम से मनाया गया। रागी जत्थे ने सबद कीर्तन किया और संगत को श्री गुरु के मार्ग पर चलने को जागरूक किया। सभी को धर्म के पालन के लिए कहा गया।
श्री अखंड पाठ साहिब होने के बाद कीर्तन शुरू किया गया। भाई जगमोहन सिंह निमाणा व जत्थे ने कीर्तन किया। उन्होंने पावन गुरुवाणी का गायन किया, जिसे सुनकर संगत निहाल हो गई। इस दौरान उन्होंने संदेश दिया कि हर सिख का फर्ज बनता है कि वह अमृत पान करे और सम्पूर्ण सिख बने। बताया कि 1604 में श्री गुरुग्रंथ साहिब जी का पहला प्रकाश हुआ था। हम सभी को श्री गुरु के उपदेशों का पालन करना चाहिए। प्रधान निर्मल सिंह ने प्रकाश पर्व की शुभकामनाएं दी।
वहीं वीर खालसा सेवा समिति के कार्यकत्र्ताओं ने निशान साहिब के समक्ष मोमबत्तियों का प्रकाश करके गुरु को नमन किया। जिलाध्यक्ष ने श्री गुरुग्रंथ साहिब जी के बारे में बताया। इस अवसर पर मनमीत सिंह, जसपाल सिंह वादी, अमरजोत कपूर, परमजीत सिंह, सेवा सिंह, नारायण सिंह, हरदेव सिंह, अजीत सिंह, बलजीत सिंह बतरा, सोनू, लखविंदर सिंह, बलविंदर कौर आदि उपस्थित रहे।