कोरोना को हराकर दोबारा मरीजों की सेवा में जुटे 108 एंबुलेंस चालक
रामपुर कोरोना के खिलाफ जंग में चिकित्सक और स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इनमें 108 एंबुलेंस का स्टाफ भी शामिल है जो रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मरीज के घर जाते हैं और वहां से उसे लेकर कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराते हैं। कोरोना महामारी से जंग लड़ रहे ये योद्धा खुद भी इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं।
जागरण संवाददाता, रामपुर : कोरोना के खिलाफ जंग में चिकित्सक और स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इनमें 108 एंबुलेंस का स्टाफ भी शामिल है, जो रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मरीज के घर जाते हैं और वहां से उसे लेकर कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराते हैं। कोरोना महामारी से जंग लड़ रहे ये योद्धा खुद भी इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। एंबुलेंस के चालक रोहित तिवारी अप्रैल माह में संक्रमित हो गए थे, जबकि चालक राजपाल जून माह में कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। दोनों ने हिम्मत नहीं हारी। पहले खुद कोरोना को हराया और दोबारा ड्यूटी पर आकर दूसरे मरीजों को भी कोरोना से लड़ने में मदद कर रहे हैं।
जिले में 108 एंबुलेंस के प्रभारी कुलदीप कुमार बताते हैं कि यहां 24 एम्बुलेंस चल रही हैं। इनमें आठ एम्बुलेंस कोविड-19 में लगी है। इसके अलावा एडवांस लाइफ सपोर्ट वाली एक एम्बुलेंस भी है, जिसमें वेंटीलेटर की सुविधा है। यह गंभीर मरीजों को बाहर रेफर करने के लिए है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक एंबुलेंस पर चार लोगों का स्टाफ रहता है। इनमें दो ईएमटी (इमरजेंसी मेडिकल टेक्निशियन) और दो चालक हैं, जो 12-12 घंटे की ड्यूटी करते हैं। सभी स्टाफ बाहर का है। रोहित और राजपाल दोनों पीलीभीत जिले के हैं। दोनों किसी मरीज के संपर्क में आने से संक्रमित हो गए थे। दोनों ने हिम्मत दिखाई और कोरोना को हराकर वापस काम पर लौट आए। इससे दूसरे स्टाफ का मनोबल बढ़ गया। हालांकि स्टाफ को पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।