आनंदनगर में मनाया भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव
रायबरेली : आनंद नगर में चल रहे भागवत कथा महोत्सव में मंगलवार रात श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में पुरुष
रायबरेली : आनंद नगर में चल रहे भागवत कथा महोत्सव में मंगलवार रात श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में पुरुष, महिलाएं और बच्चे सभी झूम उठे।
भगवान श्रीकृष्ण के जन्म पर पंडाल में नंद के घर आनंद भयो, जै कन्हैयालाल के साथ गूंज उठा। इस अवसर पर लोगों ने आरती और पूजन की। वहीं कथा व्यास ब्रजेश शास्त्री ने श्रीकृष्ण की मनोहरी बाल लीलाओं का वर्णन किया। देर रात तक लोग जमे रहे।
इस अवसर पर कथा व्यास ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के अवतरण का उद्देश्य पाप का विनाश करना। ब्रज की रज को आहार के रूप में ग्रहण कर भगवान ने मां के कहने पर मुख खोलकर सृष्टि दिखा दी। कंस द्वारा भेजे गए असुरों का मान मर्दन कर सज्जनों की रक्षा की। इतना ही नहीं, पूतना उद्धार का भी मार्मिक वर्णन किया। वृंदावन का वर्णन करते हुए कहा कि वृंदा का अर्थ तुलसी और वन का अर्थ समूह, झुरमुट अर्थात जहां तुलसी के पेड़ों का समूह हो, वहीं वृंदावन है। प्रेम की परिभाषा कुछ इस प्रकार बताई, जब नटखट माखन चोर की शैतानी से माता यशोदा परेशान हो गई तो उन्होंने रस्सी से ब्रह्म को बांधने का असफल प्रयास किया। लेकिन प्रेम शब्द के दो अक्षरों से भगवान स्वयं बंध गए। गिरधर गोपाल के सात अंक का व्याख्यान करते हुए कहा कि गोवर्धन पर्वत सात कोस में, सात वर्ष की अवस्था में सात दिन तक अपनी तर्जनी पर धारण किया और सभी की अतिवृष्टि से रक्षा की, तभी से वे गिरधारी कहलाए। इस अवसर पर संयोजिका मालती वर्मा ने 56 भोग की व्यवस्था की। मौके पर अर्चना शर्मा, डीपी आनंद, रमेश श्रीवास्तव, सरोज शुक्ला, संजय, रामखेलावन, वेद प्रकाश वर्मा, लक्ष्मीकांत शुक्ल आदि मौजूद रहे।