प्रदेश के टाप-10 में महिला जिला अस्पताल
रायबरेली जिला महिला अस्पताल ने बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं में प्रदेश के टाप-10 में स्थान बनाया ह
रायबरेली : जिला महिला अस्पताल ने बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं में प्रदेश के टाप-10 में स्थान बनाया है। भारत सरकार के लक्ष्य प्रोग्राम के तहत ओटी में 96 प्रतिशत मानकों को पूरा किया है। यह उपलब्धि प्रदेश के कुछ गिने-चुने अस्पतालों को ही मिला है। इससे पहले जिला महिला अस्पताल ने लेबर रूम में 99 प्रतिशत अंक हासिल करके प्रदेश में शीर्ष स्थान हासिल किया था। यह रैकिग भारत सरकार की टीम ने सात बिदुओं पर गहनता से परीक्षण कर दी है।
मातृ-शिशु मृत्युदर में कमी लाने के उद्देश्य से भारत सरकार की ओर से लक्ष्य प्रोगाम चलाया जा रहा है। इसके तहत सात बिदुओं पर गहनता से परीक्षण किया जाता है। वर्ष 2020 में जिला महिला अस्पताल ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए लेबर रूम में 99 प्रतिशत अंक हासिल कर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया था। इसके बाद अब ओटी में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के आधार पर 96 प्रतिशत अंक हासिल कर प्रदेश के टाप टेन में जिला महिला अस्पताल शामिल हो गया है। इन बिदुओं पर मिले अंक
भारत सरकार की टीम ने दिसंबर माह में जिला अस्पताल महिला की सुविधाओं का गहनता से निरीक्षण किया था। इसमें जनरल, ओटी, मेजर ओटी, लेबर रूम, फार्मेसी आदि डिपार्टमेंट शामिल थे। इस टीम ने अस्पताल के चिकित्सक, मरीज, अस्पताल कर्मी, सफाई कर्मचारी सभी से अलग-अलग तरीके से बातचीत की थी। उनके दायित्वों को खुद अपने सामने निर्वहन कराया था। प्रसूताओं से स्वास्थ्य सुविधाओं का फीडबैक भी लिया गया। जनवरी से अब तक मृत्युदर शून्य
बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस वर्ष जनवरी से अब तक मातृ और शिशु मृत्युदर शून्य है। चिकित्सालय प्रबंधक मृणालिनी उपाध्याय ने कहा कि सबके सहयोग से यह उपलब्धि मिली है। उन्होंने बताया कि जनवरी में 624, फरवरी में 824, मार्च में 989 और अप्रैल में 802 प्रसव कराया गया है। इसमें अधिकांश सीएचसी और पीएचसी से रेफर हैं। बेहतर इलाज के कारण जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। -----------------
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अपर सचिव एवं मिशन निदेशक की ओर से पत्र भेजा गया है। इसमें लक्ष्य प्रोग्राम के तहत 96 प्रतिशत अंक जिला महिला अस्पताल को मिले हैं। इससे पहले वर्ष 2020 में लेबर रूम में 99 प्रतिशत मिल चुके हैं। यह सब पूरे स्टाफ की मेहनत और लगन की बदौलत हुआ है।
डा. रेनू चौधरी, सीएमएस