आंधी का कहर, बच्ची समेत तीन की मौत
रायबरेली : सोमवार अपराह्न लगभग 2.45 बजे आए तेज आंधी-तूफान में पांच साल की मासूम बच्ची समेत तीन लोगों
रायबरेली : सोमवार अपराह्न लगभग 2.45 बजे आए तेज आंधी-तूफान में पांच साल की मासूम बच्ची समेत तीन लोगों की मौत हो गई। गुरुबक्शगंज में मंदिर की चहारदीवारी ढही, वहीं हरचंदपुर के दो गांवों में पिलर टूटने से छप्पर के नीचे बैठे वृद्ध व एक शख्स की जान चली गई। दोनों हादसों में घायलों को बचाने की पूरी कोशिश ग्रामीणों द्वारा की गई लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। गुरुबक्शगंज और हरचंदपुर तहसील प्रशासन संग पुलिस की टीमें उच्चाधिकारियों द्वारा भेजी गईं है।
सतांव संवादसूत्र ने बताया कि अचानक आंधी आने से क्षेत्र में अफरातफरी मच गयी। इसी बीच तेज हवा से कस्बे में बने एक मंदिर की चहारदीवारी गिर गई। दीवार के बगल से गुजर रहे मन्नू (25) पुत्र चांद मोहम्मद निवासी गुरुबक्शगंज और सायना (5) पुत्री शमीम अहमद निवासी गुरुबक्शगंज चहारदीवारी के मलबे में दबकर गंभीर रूप से घायल हो गए। मन्नू का इलाज तो गुरुबक्शगंज स्थित एक निजी अस्पताल में चल रहा है, जबकि सायना की गंभीर चोटों को देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। देर शाम इलाज के दौरान मासूम सायना की मौत हो गई।
हरचंदपुर संवादसूत्र के मुताबिक आंधी की वजह से पहाड़पुर गांव के दो मजरों में दो लोगों की जानें चली गई। इसी ग्राम पंचायत के कुटी गांव निवासी शीतलादीन (48) पुत्र महावीर खेत में उड़द की फसल की रखवाली कर रहा था। आंधी आने पर वह खेत के पास ही बने राजाराम के अड़ाने पर चला गया। तभी जिस पिलर पर छप्पर पर टिका था, वो टूट गया। नतीजतन, छप्पर शीतलादीन के ऊपर आ गिरा। वह उसी में दब गया, जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं, मौजूद जगन्नाथ (50) भी हादसे में बाल-बाल बच गया। उसे मामूली चोटें आई हैं। यहीं के रौजहा गांव में इसी तरह हादसा हुआ। यहां के राम औतार (70) पुत्र बदलू घर के बाहर छप्पर के नीचे बैठे थे। आंधी में छप्पर का खंभा टूट गया और वृद्ध की दबकर मौत हो गई। घर व आसपास मौजूद उन्हें बचाने के लिए दौड़े। मलबा हटाया गया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।