Move to Jagran APP

.....उन्हें तिरंगे को लहराने का अधिकार नहीं होगा

...उन्हें तिरंगे को लहराने का अधिकार नहीं होगा

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Aug 2022 10:47 PM (IST)Updated: Thu, 25 Aug 2022 10:47 PM (IST)
.....उन्हें तिरंगे को लहराने का अधिकार नहीं होगा
.....उन्हें तिरंगे को लहराने का अधिकार नहीं होगा

.....उन्हें तिरंगे को लहराने का अधिकार नहीं होगा

loksabha election banner

रायबरेली : 1857 स्वतंत्रता संग्राम के नायक राना बेनीमाधव बख्श सिंह की 218वीं जयंती पर इंदिरा गांधी सभागार में काव्याजंलि का आयोजन किया गया। नामचीन कवि और शायरों ने अपनी प्रस्तुति से समां बांधी। देर रात लोग जमें रहे। भोपाल से आए मंजर भोपाली ने कौमी-एकता की मिशाल पेश करते हुए ’साथ-साथ चलना है सबको ये बताना है, वैरी नाइस इंडिया-वैरी नाइस इंडिया’ गीत गाकर महफिल सजाई। कवि डा. अनिल मिश्रा ने भगवान शिव पर लिखी हुई अपनी कविता सुनाई। उन्नाव से आए स्वयं श्रीवास्तव ने ’पानी पर तो उसी चांद की तस्वीर बनी है’ सुनाकर मंत्रमुग्ध किया। लखनऊ से आए डा. तारिक कमर ने ’यहां मेरा कोई अपना नहीं है, चलो अच्छा कोई खतरा नहीं है... सुनाकर लोगों का ध्यान खींचा। राजस्थान से आए कवि विनीत चौहान ने ’यह कौम शीश देकर जन्मी, यह कौम प्राण की दानी है, यह अमृत चख कर बड़ी हुई, यह कौम बड़ी बलिदानी है। जब-जब हम पर संकट आए, इस पगड़ी ने बलिदान दिया। बहुतों ने मस्तक चढ़ा अपने प्राणों का दान दिया।’ समेत कई कविताएं पढ़कर लोगों की तालियां बटोरी। मंजर भोपाली ने ’ हो सके तो जिंदगी से प्यार कीजिए’ सुनाकर समां बांधी। लोगों की गुजारिश पर बेटियों पर लिखी गजल सुनाई। कवि डा. हरिओम पवार ने कविता के माध्यम से राना बेनीमाधव को जोड़ते हुए 1857 की मेरठ क्रांति का जिक्र करते हुए कविता पढ़ी ’भारत मां के बलिदानी बेटों से जिनको प्यार नहीं होगा, उन्हें तिरंगे को लहराने का अधिकार नहीं होगा’ इसके साथ ही तालिबान के आतंक पर तंज कंसते हुए सुनाया कि ’तुमको अपने ही पापों के अंक मिले हैं अमरीका, अपने ही पाले सांपों के डंक मिले हैं अमरीका’ और घाटी के दिल की धड़कन, कश्मीर जो खुद सूरज के बेटे की राजधानी था, डमरू वाले शिव शंकर की जो घाटी कल्याणी था, कश्मीर जो इस धरती का स्वर्ग बताया जाता था... ’ जैसी ओज की कविताएं पढ़ी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर वसीम बरेलवी ने ’पुरखों की रवायत से कहां भाग रहे हैं, घर पर तेरे खतरा है हम जाग रहे हैं...’ और ’जो तेरे साथ उड़ा था वह आसमान में है, जरूर कोई कमी तेरी उड़ान में हैं...’ शायरी सुनाई। कवि सम्मेलन का संचालन डा. तारिक कमर ने किया। इससे पहले काव्याजंलि में आए कवि व शायरों का पुष्पगुच्छ, प्रतीक चिन्ह और शाल भेंटकर सम्मानित किया गया। इस दौरान राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह, सलोन विधायक अशोक कुमार, राजद नेता अशोक सिंह, एनटीपीसी के आज्ञाशरण सिंह, निफ्ट के निदेशक भारत शाह समेत काफी संख्या में लोग मौजूद रहे। परमवीर विजेता संजय कुमार का सम्मान जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कैप्टन अतुल्य दयाल के नेतृत्व में भूतपूर्व सैनिक संगठन ने परमवीर चक्र से अंलकृत सूबेदार मेजर संजय कुमार को सम्मानित किया। उ.प्र. उद्योग व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों ने अतुल गुप्ता व महेंद्र अग्रवाल की अगुवाई में और उप्र्र उद्योग व्यापार मंडल चौहान गुट के अध्यक्ष जीसी चौहान ने भी उनका सम्मान किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.