त्योहारी उमंग में बाजार, बच्चों की पसंद का खास ख्याल
रायबरेली : त्योहार कोई भी हो उमंग और उल्लास तो बच्चों का ही देखते बनता है। बाजार बच्चो
रायबरेली : त्योहार कोई भी हो उमंग और उल्लास तो बच्चों का ही देखते बनता है। बाजार बच्चों के मन की धुन पर सजती और संवरती है। सप्ताह भर बाद दीपावली का धूम धड़ाका होगा। ऐसे में हर ओर रौनक छाने लगी है। पहले चक्र में वह दुकानें गुलजार हो रही हैं, जो मिट्टी को सजा धजाकर नूतन कलेवर में लाई गई हैं। दीया हो या कलश यह तो त्योहार की जरूरत है, लेकिन सबसे ज्यादा मिट़्टी के खिलौनों पर कारीगर मेहनत कर रहे हैं। क्योंकि बालमन इन्हे ही पसंद करेंगे। बाजार में कुम्हार की चाक से लेकर गुड्डा-गुड़िया, दादा-दादी, गुल्लक, हाथी-घोड़े, पालकी, चुक्कू पकाना जैसे खिलौने बिकने आ गए हैं। कारीगर दिन-रात इसी में लगे हुए हैं। बाजारों में त्योहारी रौनक की पहली श्रंखला में प्रस्तुत है मिट्टी के उत्पादों की एक रिपोर्ट..।
इनसेट
बच्चों का बैंक बना गुल्लक
दीपावली में बच्चों की पसंद मिट्टी के बने गुल्लक और खिलौने होते हैं। कारीगर बच्चों को आकर्षित करने के लिए सामान्य गुल्लक के साथ ही डिजाइनर सिलिंडर, तो कोई मिकी माऊस बना रहे हैं। जिसे देखते ही उनके कदम थम जाएंगे। बच्चों को आकर्षित करने के लिए कारीगर पूरी सिद्दत से आकर्षक कारीगरी में लगे हुए हैं।
पहली पसंद हैं Þदादा-दादीÞ
सिर हिलाते मिट्टी के बने दादा-दादी हर नौनिहाल की पहली पसंद है। आज रोबोट से चलने वाले खिलौने भले ही आकर्षित कर रहे हों। लेकिन बात दीपावली की होती है, तो बाजार में इसकी मांग बढ़ जाती है। कारीगरों की माने तो इसे बनाने में काफी मेहनत लगता है।
नए नवेले घरों में लगाएं Þनजर बट्टूÞ
कहीं किसी की नजर न लग जाए। नए नवेले घरों में इसके लिए तमाम तरह के टोटके किए जाते हैं। इसमें एक नजरबट्टू भी शामिल है। मिट्टी से बनने वाले काले रंग का नजरबट्टू की भी मांग होती है। कारीगर संतोष बताते है कि दीपावली में घरों की रंगाई पुताई के बाद अमूमन लोग इसे बाहर लगा देते हैँ। सकी कीमत भी 35 से 50 रुपये तक है। बाजार पर एक नजर
मिट्टी के दीपक 25 से 30 रुपये प्रति सैकड़ा
डिजाइनर दीपक 100 से 120 रुपये प्रति सैकड़ा
परई कच्ची मिट्टी का दीपक पांच से 10 रुपये प्रति पीस
गुल्लक सिलिंडर 25 से 30 रुपये प्रति पीस
साधारण गुल्लक 20 से 25 रुपये प्रति पीस
खिलौना ग्वालिन 20 रुपये प्रति पीस
हाथी, गाय, तोता 20 रुपये प्रति पीस
बुढ़वा बुढ़ऊ 50 प्रति जोड़ा
सजावटी दीपक आरती 80 से 120 रुपये प्रति पीस मिट्टी के दीपों से जगमग होगी दीपावली
डलमऊ क्षेत्र में दीपावली को लेकर मिट्टी के व्यवसाय से जुड़े परिवरों में उत्साह है। मिट्टी से बने दीप इस वर्ष लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। शेखवाड़ा निवासी इरसाद ने बताया मिट्टी के दीपों की मांग को पूरा करने के लिए दिन-रात दीपों तन्मयता के साथ लगे हुए हैं। बतौर कारीगर बीते वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष मिट्टी से निर्मित दीपों, खिलौनों व अन्य बर्तनों की मांग बढ़ी है। इस दीपावली में मिट्टी के दीपों से हर गली-मुहल्ला जगमग होगा।