पांच ब्लॉकों के एपीओ और टीए का रोका वेतन
रायबरेली : मनरेगा लाकर मजदूरों को रोजगार दिलाने की केंद्र सरकार की उम्मीदों पर पानी
रायबरेली : मनरेगा लाकर मजदूरों को रोजगार दिलाने की केंद्र सरकार की उम्मीदों पर पानी फेर रहे इसके जिम्मेदारों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। पांच ब्लॉकों में प्रगति असंतोषजनक मिलने पर अपर जिला कार्यक्रम समन्वयक ने अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारियों (एपीओ) और तकनीकी सहायकों (टीए) का वेतन रोक दिया है। यह वेतन भुगतान 100 फीसद लक्ष्य पूरा होने के बाद ही होगा।
ग्राम्य विकास विभाग के प्रमुख सचिव ने 31 जनवरी तक श्रम बजट के सापेक्ष 100 फीसद मानव दिवसों के सृजन का आदेश वीडियो कांफ्रें¨सग करके दिया गया। मगर, जिले के लापरवाह अफसरों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। सबसे खराब स्थिति महराजगंज, सतांव, दीनशाह गौरा, हरचंदपुर और सरेनी ब्लॉक की है। महीना खत्म होने में सिर्फ 12 दिन बचे हैं, जबकि इन ब्लॉकों में कहीं भी 60 फीसदी लक्ष्य पूरा नहीं हुआ। प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन के कार्यों का हाल भी कुछ ऐसा ही है। 100 दिन का रोजगार देने में लापरवाही की जा रही है। महराजगंज में आठ, सतांव में 21, दीनशाह गौरा में छह, हरचंदपुर में 21 और सरेनी में 43 जॉबकार्ड धारकों को 100 दिन का रोजगार दिया गया।