आमजन की उम्मीदों को 'दीदी' का आत्मीय आश्वासन
रायबरेली : मंच पर राज्यमंत्री सुरेश पासी भाजपा सरकार का गुणगान कर रहे थे। तभी सामने भीड
रायबरेली : मंच पर राज्यमंत्री सुरेश पासी भाजपा सरकार का गुणगान कर रहे थे। तभी सामने भीड़ से कुछ महिलाएं निकलकर बेरीके¨डग के पास पहुंच गई। उनके हाथ में प्रार्थना पत्र थे। महिलाओं को आगे बढ़ते देख पुलिस वाले दौड़े लेकिन तभी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी मंच से नीचे उतर आई। बेरीके¨डग के पास आकर उन्होंने महिलाओं की समस्याएं सुनीं। पहले डीएम फिर स एमओ को बुलाकर समस्याओं का अतिशीघ्र निस्तारण कराने के निर्देश दिए।
इस बार के दौरे में स्मृति ईरानी बिलकुल अंदाज में दिखीं। उन्होंने राजनैतिक बातें कम, मूलभूत सुविधाओं पर ज्यादा फोकस किया। भाजपा नेताओं और स्थानीय विधायक ने उन्हें दीदी कहकर संबोधित किया और उन्होंने घर के सदस्य की तरह बेबाकी से अपनी बात रखी। बताया कि सुल्तानपुर के धम्मौर में नौ करोड़ की लागत से अस्पताल खुलेगा, जिससे अमेठी वासियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलने लगेगी। स्थानीय स्तर पर शिविर लगाकर गरीब जनता को लाभ दिलाया जा रहा है। गंभीर रोगों से ग्रसित लोगों को भी बड़े अस्पतालों मे ले जाकर निशुल्क इलाज कराया जा रहा है। क्योंकि अम ठी में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर पूर्व की सरकारों ने ध्यान नहीं दिया। इसलिए भाजपा सरकार विशेष रूप से यहां के वासियों का ख्याल रख रही हैं। दीदी मकान दिला दो
मंच से उतरकर वह जैसे ही स्मृति अपनी गाड़ी के पास पहुंचीं, वहां से पहले से मौजूद दो दिव्यांगों चंदीहार के संदीप और दरियांव के प्रहलाद ने उन्हें रोक लिया। दोनों के पैर खराब हैं। उनसे बात करने के लिए केंद्रीय मंत्री भी जमीन पर बैठ गई। दिव्यांगों ने बताया कि वे क छ काम करने लायक नहीं हैं। रहने को छत नहीं है। कैसे गुजर बसर कर रहे हैं, बयां नहीं कर सकते। इस पर उन्होंने डीएम को बुलाया और दोनों को आवास मुहैया कराने के संबंध में निर्देशित किया।