काम आई सख्ती, घटा नुकसान, मिली राहत
हाईलाइन लॉस वाले 11 फीडरों पर सख्ती के बाद एटी एंड सी लास 58.02 से पहुंचा 33.92 फीसद
रायबरेली : घाटे के फीडरों को चिन्हित कर कार्रवाई का अभियान बिजली विभाग के काम आ गया। जुलाई से शुरू हुई मशक्कत का ही नतीजा रहा कि एग्रीग्रेट टेक्निकल एंड कॉमर्शियल (एटी एंड सी) लॉस 58.02 से घट कर 33.92 फीसद पहुंच गया। कहीं न कहीं इसका फायदा उपभोक्ताओं को भी मिल रहा है।
विद्युत वितरण खंड प्रथम के इंदिरा नगर, प्रगतिपुरम, आइटीआइ, अमावां, गोरा बाजार, तेलियाकोट और आइटीआइ के 11 फीडर ऐसे थे, जिनमें 50 प्रतिशत से अधिक एटी एंड सी लास था। इसके चलते जहां विभाग को राजस्व का नुकसान उठाना पड़ता था। वहीं उपभोक्ता लो वोल्टेज समेत अन्य समस्याओं से जूझते थे। इससे निपटने के लिए जुलाई महीने में इन फीडरों को हाईलाइन लास में चिन्हित कर अभियान शुरू किया गया। इस दौरान 129 बिजली चोरी पकड़ी गईं। इसी तरह अन्य कार्रवाईयां भी अभियान में हुई। इसका असर यह हुआ कि यह घाटा 58.02 से खिसक कर 33.92 पर आ गया। हालांकि, अभी अफसरों को और मेहनत करनी पड़ेगी। क्योंकि शासन ने इसे 14 फीसद तक लाने के निर्देश दिए हैं।
किस फीडर में कितना कम हुआ नुकसान
उपकेंद्र : फीडर : एटी एंड सी (पहले) : एटी एंड सी (अब)
प्रगतिपुरम : प्रगतिपुरम : 58.89 : 47.60
आइटीआइ : बालापुर : 55.72 : 30.74
गोरा बाजार : बस्तेपुर : 55.59 : 19.20
आइटीआइ : जवाहर विहार : 52.93 : 19.47
इंदिरा नगर : आनंद नगर : 49.69 : 36.77
गोरा बाजार : पीएसी : 47.05 : 23.74
अमावां : खोर : 77.97 : 60.81
तेलियाकोट : टाउन प्रथम : 75.44 : 40.89
अमावां : टाउन जर्सी : 75.25 : 51.86
इंदिरा नगर : आवास विकास : 74.05 : 22.54
तेलियाकोट : टाउन तृतीय : 64.89 : 48.88
नोट : बिजली विभाग से मिले यह आंकड़े फीसद में हैं।
वर्जन
पहले की अपेक्षा एटी एंड सी लास काफी कम हुआ है। मगर, अभी इसे और घटाना है। त्योहार के कारण इस बीच कार्रवाईयां और अभियान ठप है। दीपावली के बाद इसे और तेजी से चलाया जाएगा। ताकि बिजली चोरी रोकी जा सके।
ओपी सिंह
एक्सईएन, विद्युत वितरण खंड प्रथम