मेरे भैया, मेरे चंदा, मेरे अनमोल रतन..
कोरोना संक्रमण के बीच बहनों ने भाइयों की कलाई पर बांधी राखी घरों में सुबह से ही चहल-पहल उपहार पाकर बहनों के खिले चेहरे
रायबरेली : भाई-बहन के पवित्र रिश्तों का पर्व रक्षाबंधन सोमवार को हर्षोल्लास से मनाया गया। घरों में सुबह से ही उल्लास का माहौल रहा। बहनों ने भाइयों की कलाई पर राखी तो किसी ने रक्षासूत्र बांधा। वहीं भाइयों ने उपहार दिया तो उनके चेहरे खुशी से खिल गए। इस दौरान कोरोना संक्रमण के कारण बचाव भी करते दिखाई दिए। वहीं बाहरी खाद्य सामग्री के खरीदारी से लोग बचते दिखाई दिए। घर में ही तरह-तरह के मिष्ठान बनाए गए।
बच्चों में पर्व को लेकर खूब रही उत्सुकता
भाई हो या फिर बहन रिश्तों में उम्र मायने नहीं रखती। लेकिन सबसे अधिक उत्सूकता छोटे बच्चों में देखने को मिली। सुबह से ही आकर्षक कपड़े पहन सज-धजकर बच्चे तैयार हो गए। इसके बाद धमाचौकड़ी करनी शुरू कर दी। जैसे ही शुभ मुहूर्त आया उनके चेहरे खिल गए। राखी बांधने से लेकर उपहार पाने तक उनके चेहरे पर रौनक देखते ही बन रही थी। इस दौरान छोटी बहनों को चॉकलेट तो किसी ने डॉल उपहार में दिया।
मायके पहुंची बहनों की आवाभगत, दिया सतर्कता का संदेश
रक्षाबंधन का पर्व बहनों के लिए सबसे बड़ी खुशी होती है। शादीशुदा बेटियां जब भाई को राखी बांधने के लिए ससुराल से मायके पहुंचीं तो खूब आवाभगत हुआ। उनको देख सबके चेहरे खिल गए। लेकिन साथ ही उन्हें सतर्कता का पाठ भी पढ़ाया। समझाया कि बिना मास्क के कतई न आए-जाए। इस दौरान अधिकांश लोग निजी वाहन से ही निकले। बाइक सवारों ने मास्क के साथ हेलमेट लगाना भी नहीं भूले।