संगम का कारखाना सील, सागर स्वीट्स में ताला
रायबरेली इनकी ही मिठाइयों पर शहर इतराता था। पूरे भाव और विश्वास खुद और नाते रिश्तेद
रायबरेली : इनकी ही मिठाइयों पर शहर इतराता था। पूरे भाव और विश्वास खुद और नाते रिश्तेदारों के लिए खरीदारी की जाती थी। पर ग्राहकों को ये नहीं पता था कि खूब मिलावटखोरी होती है। यही नहीं, जितने तौल की मिठाइयां मिलती थी, वो भी झूठ और फरेब के बांट से तौली जाती थी। मंगलवार को मिलावटखोरों के खिलाफ चले अभियान में जब प्रशासनिक अमला भी साथ चला तो इस हकीकत से पर्दा उठा। सागर स्वीट्स का करीब सात क्विटल खोवा नष्ट करा दिया गया। दुकान, कारखाना दोनों सील कर दिया गया। जबकि खोवामंडी की संगम स्वीट्स के कारखाने को भी सील कर दया गया। कार्रवाई के दौरान अफसरों के फोन पर सिफारिशी घंटियां बजती रहीं लेकिन बात सरेआम होने के कारण दुकानदार अपना बचाव न कर सके।
एसडीएम शशांक त्रिपाठी और सिटी मजिस्ट्रेट युगराज सिंह की अगुवाई में एफएसडीए, नगर पालिका, अग्निशमन, पुलिस और बांट माप विभाग के कर्मी दोपहर करीब 12 बजे मिष्ठान भंडारों का निरीक्षण करने निकले। खोया मंडी में संचालित संगम स्वीट्स में घरेलू गैस कनेक्शन से मिठाई बनती मिली। चीनी में सफेदी लाने के लिए केमिकल का इस्तेमाल किया जा रहा था। खाद्य पदार्थ खुले में रखे मिले। साफ सफाई की कोई व्यवस्था नहीं मिली। वहीं मंशा देवी के निकट सागर स्वीट्स बिना लाइसेंस के मिठाई बनाते और बेचते मिले। यहां भी केमिकल से चीनी सफेद की जा रही थी। किचेन में फर्श पर तेल की परतें जमीं थी। दीवारों पर भी जले हुए दूध की परतें मिलीं। महीनों पुराना खोवा और मिठाई डीप फ्रिज में मिला, जो कि स्वास्थ्य के लिए बहुत ही घातक होती हैं। होटल में मिला खोवा इतना कड़ा था कि उसे हथौड़े से तोड़कर अलग किया जा सका। यहां मिला लगभग सात क्विटल खोया नष्ट कराया गया और देखिए, इनके यहां प्लास्टिक के ड्रम में दूध रखा गया था। दूध और मिठाई में कीड़े घूम रहे थे। अवैध रूप से चार डीजल भट्ठी पर मिठाई बनाई जा रही थी।
इनके भरे नमूने : संगम से बर्फी, गोल लड्डू और खोवा का नमूना लिया गया। वहीं सागर स्वीट्स से खोवा के दो, बूंदी, पनीर और बेसन का एक-एक नमूना लिया गया। इसके अलावा खोवा मंडी से ही कुलदीप, सुखराम और आशुतोष के पास से खोवा का नमूना लिया गया।
कोट
डीएम के निर्देश पर मिलावटखोरों पर कार्रवाई के लिए अभियान चलाया गया। त्योहार का समय होने के चलते बड़े पैमाने पर मिलावट की शिकायत मिली है। इस पर लगातार कार्रवाई की जाएगी।
-शशांक त्रिपाठी, एसडीएम सदर