Move to Jagran APP

राहुल भइया, चाचा नहीं मिलत का करी..

रायबरेली : एनटीपीसी हादसे की सूचना पर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे राहुल गांधी उस समय अवाक र

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Nov 2017 12:09 AM (IST)Updated: Fri, 03 Nov 2017 12:09 AM (IST)
राहुल भइया, चाचा नहीं मिलत का करी..
राहुल भइया, चाचा नहीं मिलत का करी..

रायबरेली : एनटीपीसी हादसे की सूचना पर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे राहुल गांधी उस समय अवाक रह गए, जब एक युवक सामने आकर खड़ा हो गया। फफककर रोते हुए कहने लगा राहुल भइया, चाचा नहीं मिलत, का करी..। बहुत ढूढन, एनटीपीसी से लेकर सबय अस्पतालन मा चक्कर लगायन, कुछ पता नहीं चलत। युवक की पीड़ा देख राहुल खुद का रोक नहीं सके। भावुक होते हुए उसे ढांढस बंधाया। साथ ही मदद का दिलासा देते हुए अफसरों को तलाश कराने के निर्देश दिए।

loksabha election banner

सुबह करीब 10:45 बजे राहुल गांधी फुरसतगंज से सीधे पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। यहां पर मृतकों के परिवारीजनों से मुलाकात की। इसके बाद पोस्टमार्टम हाउस में जाकर सीएमओ समेत सभी चिकित्सकों से व्यवस्था के बाबत जानकारी ली। जैसे ही गेट से बाहर निकले, युवक रामकरन रास्ता रोककर आगे आकर खड़ा हो गया। राहुल को देखते ही फफककर रो पड़ा। सिर्फ उसके मुंह से यही निकला कि भइया, चाचा नहीं मिलत का करी..। यह सुनकर राहुल खुद को रोक नहीं सके। उसे दिलासा दिलाते हुए मौके मौजूद पुलिस अफसरों से जानकारी ली। बताया गया कि तीन अज्ञात शव जिला अस्पताल में हैं। अभी तक उनकी पहचान नहीं हो सकी है। हो सकता है कि उन्हीं में से कोई हो। इस पर कांग्रेस उपाध्यक्ष ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सभी शवों की पहचान होनी चाहिए। किसी भी कीमत पर परिवारीजनों को परेशान न किया जाए। रामकरन को हर सहयोग देने का भरोसा दिया। इसके बाद वे जिला अस्पताल के लिए रवाना हो गए।

गेट पास और डायरी तो मिली, चाचा कहां गए

ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के पूरे तुराली का पुरवा मजरे मोखरा के रामकरन यादव ने बताया कि एनटीपीसी से लेकर जिला अस्पताल के कई चक्कर लगाए, कहीं कुछ पता नहीं चला। एनटीपीसी पहुंचने पर चाचा कृष्ण मुरारी का गेट पास, डायरी और आधार कार्ड मिल गया। लेकिन, अभी तक उनका कुछ पता नहीं चला। मौके पर अंदर भी नहीं जाने दिया जाता रहा है।

भइया, रजिस्टर नहीं दिखाइन

रामकरन ने बताया कि एनटीपीसी पहुंचने पर गेट पर ही रोक दिया गया। बड़ी मुश्किल से चाचा का गेट पास, डायरी और आधार कार्ड मिल सका। कर्मचारियों ने रजिस्टर तक नहीं दिखाया। सिर्फ इतना बताया कि सबको यहां से जिला अस्पताल भेज दिया गया है। वहीं जाकर पता लगाओ। घटना के बाद से तीन बार चक्कर लगा चुका हूं। अभी तक कोई खोज खबर नहीं मिली।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.