जुनून से लगे हौसलों को पंख, खो-खो से राष्ट्रीय स्तर पर दिलाई पहचान Raebareli News
पूर्व माध्यमिक पूरे मौहारी की बालिका टीम वर्ष 2015 2016 2017 में लगातार प्रदेशीय बेसिक बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता में गोल्ड और 2018 में सिल्वर मेडल हासिल कर चुकी हैं।
रायबरेली [अनिल श्रीवास्तव]। कहते हैं कि कड़ी मेहनत और समर्पण से मुश्किल राह भी आसान हो जाती है। ऐसा ही कर दिखाया हरचंदपुर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय पूरे मौहारी मजरे गूलूपुर के बच्चों ने। जहां चलने के लिए ढंग की सड़क नहीं है। मूलभूत सुविधाओं का टोटा है। गांव की पगडंडियों पर चलकर बच्चे पढ़ने आते हैं। उन्हीं की प्रतिभा को निखारने का जब जतन किया गया तो सुखद परिणाम मिले। स्कूल के बच्चों ने सिर्फ जिला ही नहीं बल्कि प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर खो-खो खेल में जबरदस्त प्रदर्शन कर मान बढ़ाया। ये क्रम अभी बदस्तूर जारी है।
जुनून ने दिलाए मेडल
पूर्व माध्यमिक पूरे मौहारी की बालिका टीम वर्ष 2015, 2016, 2017 में लगातार प्रदेशीय बेसिक बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता में गोल्ड और 2018 में सिल्वर मेडल हासिल कर चुकी हैं। यहीं की पूर्व छात्र काजल, पूनम और विनीता ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2019 में प्रतिभाग किया। पूनम का चयन खेलो इंडिया अकादमी में हुआ। उसे प्रतिमाह 10 हजार रुपये स्कॉलरशिप मिलती है। वहीं बालकों की टीम भी पीछे नहीं रही। यहां के छात्रों ने उत्तर प्रदेश बालक टीम में शामिल होकर राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग किया और कांस्य पदक जीता। इसमें छात्र रमेश मौर्य, गौरव मौर्य, आकाश मौर्य (वर्तमान में चंद्रपाल इंटर कॉलेज गंगागंज) रौनक, शुभांकर (पूर्व मा. विद्यालय पूरे मौहारी) शामिल रहे।
उठाते पूरा खर्च
अनुदेशक बच्चों को सुविधा देने में कोई कोताही नहीं रखते हैं। प्रशिक्षक सत्य प्रकाश तिवारी अभ्यास के दौरान हल्की-फुल्की चोट आने पर प्राथमिक उपचार की किट, चना दूध पर स्वयं खर्च पर करते हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर यहां के खिलाड़ी कर चुके प्रतिभाग
विद्यालय की बालिका और बालक वर्ग की टीम राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुकी है। बालिका वर्ग में काजल 12, पूनम 11, विनीता 10, सविता चार और राखी, जय वर्मा, स्वाति त्रिपाठी, रोली यादव दो-दो बार शामिल हुईं। ये सभी छात्रएं वर्तमान में चंद्रपाल इंटर कॉलेज की छात्र हैं। वहीं अंशिका एक, काजल दो, पूनम दो बार प्रतिभाग कर चुकी हैं। बालक वर्ग में समरपाल सिंह पांच, अंकुश मौर्य दो, सचिन सिंह तीन, रमेश मौर्य दो, गौरव मौर्य दो, सूरज सिंह दो, रौनक मौर्य एक और शुभांकर एक बार शामिल हुए। जिसमें रौनक और शुभांकर अभी भी इसी विद्यालय के छात्र है।