कैदियों को थप्पड़ और उठक-बैठक का विडियो हुआ वायरल, जेल से मिला गांजा और चिलम Raibareilly News
जिला कारागार में विचाराधीन बंदियों के शारीरिक उत्पीड़न का विडियो वायरल हुआ। जिसके बाद घटना की जांच की जा रही है।
रायबरेली, जेएनएन। जिला कारागार में विचाराधीन बंदी ने तीन नए बंदियों का शारीरिक उत्पीडऩ करते हुए वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। अंदर की बात बाहर पहुंची तो हड़कंप मच गया। डीएम-एसपी निरीक्षण को पहुंचे। उन्हें भी वहां गांजा, चिलम, फोन, सिम मिला। रायबरेली जेल में नवंबर 2018 में भी पांच बंदियों ने जेल के भीतर शराब-कबाब की पार्टी कर वीडियो बनाकर वायरल किया था, जिसमें तत्कालीन जेल अधीक्षक समेत छह कर्मी निलंबित कर दिए गए थे।
ताजा मामला भदोखर के भुएमऊ गांव का आकाश यादव का है। दुष्कर्म के आरोप में सितंबर 2017 से वह जेल में बंद है। उसी गांव के प्रधान देशराज पर बीती 11 मई को जानलेवा हमला हुआ था, जिसके आरोपित मुलिहामऊ गांव के धर्मेंद्र कुमार, दिलीप कुमार और भास्कर कुमार 15 जून को जेल आए। 16 जून को उनको जेल अस्पताल में मेडिकल कराने ले जाया गया। वहां पहले से बैठा आकाश उन तीनों को अस्पताल के पीछे ले गया। फिर उठक-बैठक कराते हुए उसने तीनों को आपस में थप्पड़ भी मरवाए और वीडियो बनाकर भुएमऊ गांव के दस लोगों को भेजा। यह वीडियो क्लिप अफसरों के संज्ञान में आई तो बुधवार को डीएम नेहा शर्मा और एसपी सुनील कुमार सिंह जेल पहुंचे। आकाश पर दबाव पड़ा तो उसने दो मोबाइल, दो सिम और दो चार्जर बरामद कराए।
जेल में 200 ग्राम गांजा भी मिला
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि जेल में आपत्तिजनक वस्तुएं व मादक पदार्थ मिले हैं। कारागार में बंदी द्वारा वीडियो बनाना गंभीर प्रकरण है। इसके लिए डिप्टी जेलर राजेश कुमार पर कार्रवाई की संस्तुति कर जेल के उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जा रही है।
वहीं सुलतानपुर जेल का भी एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें कुछ बंदी जुएं की फड़ जमाए नजर आ रहे हैं। नोट बिखरे हैं और वहां कारतूस भी रखे हैं। बंदी आपस में जाम भी टकरा रहे हैं।
रायबरेली-सुलतानपुर जेल के अधिकारियों पर होगी कार्रवाई
रायबरेली और सुलतानपुर की जेलों का वीडियो वायरल होने के मामले का संज्ञान लेकर डीआइजी के नेतृत्व में जांच शुरू करा दी है। डीजी जेल आनन्द कुमार का कहना है कि जांच रिपोर्ट मिलने पर दोनों ही मामलों में दोषी जेल अधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी।
डीजी जेल का कहना है कि सुलतानपुर वीडियो रमजान के दौरान का है, जिसमें दिख रहे चार बंदियों का जेल अधीक्षक से विवाद हुआ था। बंदियों ने जेल अधीक्षक को धमकी भी दी थी। प्रकरण बेहद गंभीर है। डीआइजी जेल फैजाबाद श्रीपर्णा गांगुली इसकी जांच कर रही हैं। रायबरेली जेल मामले की विभागीय जांच डीआइजी जेल लखनऊ उमेश श्रीवास्तव को दी गई है।
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