राष्ट्रीय लोकदल आक्रोशित, सीबीआइ जांच की हुई मांग
रायबरेली : किसान नेता अमृत लाल की मौत के मामले ने किसान संगठनों को आंदोलित करने पर मजब
रायबरेली : किसान नेता अमृत लाल की मौत के मामले ने किसान संगठनों को आंदोलित करने पर मजबूर कर दिया है। जिस तरह से प्रशासन मामले को अपने स्तर से निपटाने में लगा है उस पर राष्ट्रीय लोकदल में आक्रोश व्याप्त है। एक आपात बैठक में कहा गया कि परिजनों को 30 लाख रुपया व नौकरी दी जाए नहीं तो सड़क पर आंदोलन होगा। वहीं सीबीआइ जांच की भी मांग की गई।
बुधवार को राष्ट्रीय लोकदल की आपात बैठक देवानंदपुर में हुई। इसमें मध्य यूपी के अध्यक्ष जितेंद्र ¨सह ने मामले की पूरी जानकारी ली। कहा कि अमृत लाल सविता की मौत प्रशासनिक असंवेदनहीनता को दिखाती है। गरीबों के प्रति सरकार को जो रुख है उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कहा कि मृतक आश्रित परिवार को 30 लाख की आर्थिक सहायता व नौकरी दी जाए। यदि मांग पूरी न हुई तो सड़क पर प्रदर्शन किया जाएगा। बताया कि राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने निर्देश पर 22 जून को प्रदेश अध्यक्ष डा मसूद अहमद पीड़ित परिवार से मिलेंगे। जितेंद्र ¨सह ने कहा कि प्रशासन से निष्पक्ष जांच की कोई उम्मीद नहीं है। ऐसे में मामले की सीबीआइ जांच होनी चाहिए। इस मौके पर मध्य जोन महासचिव बेनी माधव गुप्ता, राम हर्ष गौतम, अशोक अग्रहरि, धुन्नी ¨सह भदौरिया, जिलाध्यक्ष समरजीत ¨सह, अमरेंद्र सोनी, गया प्रसाद बाजपेई आदि मौजूद रहे।