रायबरेली में मंदिर गेट पर पुजारी का शव लटका मिलने से तनाव, मौके पर पहुंचे मौनी बाबा
रायबरेली के बाबा का पुरवा गांव में पुजारी का शव रस्सी से लटका मिलने के बाद तनाव की स्थित है। लोगों ने शव उतारने नहीं दिया है। भारी सुरक्षा बल तैनात है। मौनी बाबा मौके पर पहुंच चुके हैं।
रायबरेली, जेएनएन। कोतवाली क्षेत्र के बाबापुरवा स्थित राम जानकी मंदिर के महंत की भोर में हत्या कर दी गई। शव को मंदिर के मुख्य द्वार पर लटका दिया गया। अलसुबह गेट पर साधु का शव लटकता देख ग्रामीण भड़क उठे। भीड़ ने पुलिस को लाश उतारने नहीं दिया। करीब छह घंटे तक बवाल चला। कश्मिनर, आइजी, सगरा पीठाधीश्वर व पूर्व मंत्री भी मौके पर पहुंचे। भीड़ को समझाया-बुझाया। जिसके बाद हालात काबू में आए। चार लोगों पर हत्या मुकदमा दर्ज किया गया है।
बाबा पुरवा स्थित राम जानकी मंदिर के पास 127 एकड़ भूमि है। बेशकीमती भूमि पर कई अवैध कब्जे हैं। मंदिर प्रशासन कब्जेदारों से लड़ता रहा। महंत प्रेमदास ने 20 दिसंबर को अमेठी जिले के सगरा पीठाधीश्वर मौनी महराज को यहां की जिम्मेदारी सौंप दी थी। इसके बाद 1/2 जनवरी की मध्य रात्रि घटना हो गई। मौनी महराज ने पुलिस को जो तहरीर दी है उसमें एनटीपीसी रोड निवासी बैजनाथ मौर्य, अमृतलाल मौर्य, संजीव कुमार मौर्य और राम स्वरूप दास को नामजद करते हुए लिखा है कि इन लोगों ने प्रेमदास को उठाकर मंदिर के मुख्य गेट पर हत्या करके लटका दिया। तहरीर में लिखा है कि सुबह जानकारी होने पर वे यहां पहुंचे। यह भी लिखा है कि मंदिर की बेशकीमती भूमि पर बीएन मौर्य ने कब्जा करके बाउंड्री भी बनवा ली थी। उन्होंने यह भी लिखा कि इन्हीं के गैंग वालों ने 22 दिसंबर को उनके गौरीगंज अमेठी स्थित आश्रम में पहुंच कर धमकाया भी था। ऊंचाहार सीओ विनीत ङ्क्षसह ने बताया कि हत्या सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच की जा रही है।
जब गिरने लगी बाउंड्री तब उठाने दिया शव
गांव के भीतर हजारों की भीड़ थी। लोग शव नहीं उतारने दे रहे थे। आइजी सुजीत पांडेय, कमिश्नर अनिल गर्ग, पूर्व मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डॉ.मनोज पांडेय भीड़ को समझाबुझा रहे थे। कोई सुनने को तैयार नहीं था। इस पर मौनी महराज के साथ सबने बंद कमरे में बैठक की। फिर, पूर्वमंत्री ने भीड़ को बताया कि चार मांगों को प्रशासन तत्काल मान रहा हैं। डीएम संजय खत्री ने माइक पर कहाकि अवैध कब्जे वाली बाउंड्रीवॉल गिराई जा रही है। उसके बाद भीड़ का रुख नरम पड़ा और छह घंटे के बाद शव पुलिस प्रशासन उतार पाया।
ये है पूरा मामला
मामला रायबरेली क्षेत्र के बाबा का पुरवा गांव का है। यहां स्थित राम जानकी मंदिर के गेट पर बुधवार की सुबह पुजारी बाबा प्रेमदास शव रस्सी ले लटकता हुआ मिला। स्थानीय लोगों के मुताबिक, भूखंड को लेकर पुजारी का काफी अरसे से विवाद चल रहा था। इसके साथ ही मंदिर का महंत बनने को लेकर साथी संतों से भी उनकी अदावत थी। मंदिर के पूर्व महंत बाबा सत्य नारायण दास की मौत पर उन्होंने कुछ लोगों के विरुद्ध मुकदमा भी लिखाया था। वह लगातार अपनी जान का खतरा बता रहे थे। हाल ही मे उन्होंने दिसंबर महीने में अमेठी के सगरा आश्रम वाले मौनी महाराज को बुलाकर मंदिर की कमान सौपी थी। उसके बाद विवाद बढ़ता गया।
मौके पर पहुंचे मौनी महाराज, गुस्साए लोगों ने किए रास्ते बंद
वहीं, सूचना मिलते ही कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज गए मौनी महाराज अपने लाव-लश्कर से ऊंचाहार पहुंचे। घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने महाराज की बात सुनने से भी इनकार कर दिया। बताया जा रहा है कि पेड़ के लठ्ठे बीच रास्ते पर रख आवागमन बंद करने की कोशिश की गई। इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है। मौके पर पीएसी समेत कई थानों की पुलिस बल तैनात है।
मंदिर के पास है बेशकीमती जमीन
दरअसल, मंदिर के पास काफी बेशकीमती जमीन है। जिसके कारण अक्सर विवाद सामने आता रहा है। प्रेमदास का शव मिलने के बाद मौके पर काफी भीड़ एकत्र हो गयी है। आसपास के थानों की फोर्स और यूपी 100 की कईं गाड़ियां मौके पर है। पुलिस अधीक्षक भी घटनास्थल पर पहुंचे। शव को कब्जे मे लेने का प्रयास जा रहा है। हालांकि, स्थानीय लोगों में घटना को लेकर काफी आक्रोश है। पुलिस मामले में सभी पहलुओं की जांच में लगी है।