शहर के एक दर्जन मुहल्लों समेत 50 गांवों की बत्ती गुल
रायबरेली : बिजली विभाग के अवर अभियंता आंदोलन की राह पर चल रहे हैं। शनिवार को उनकी भ
रायबरेली : बिजली विभाग के अवर अभियंता आंदोलन की राह पर चल रहे हैं। शनिवार को उनकी भूख हड़ताल शुरू हुई। इसके कुछ देर बाद ही शहर से लेकर ग्रामीणअंचल तक बिजली आपूर्ति बेपटरी हो गई। एक दर्जन मुहल्लों में शहरवासी बिजली को तरसे तो करीब ग्रामीण इलाकों के 50 गांव भी प्रभावित थे। जिला अस्पताल से बिजली के बिना एक्स-रे मशीन ही नहीं चली। जिससे मरीजों को बिना जांच के वापस जाना पड़ा।
शहर के इंदिरा नगर बिजली उपकेंद्र के फीडर फिरोज गांधी और शहीद स्मारक की इनक¨मग सीटी अचानक दग गई। तेज धमाके के साथ हुई इस घटना से कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। इन दोनों फीडरों के साथ ही सुरक्षा के नजरिए से आवास विकास, आनंद नगर और आरडीए फीडर भी कर्मचारियों को बंद करने पड़े। इससे निराला नगर, कचेहरी रोड, आरडीए कॉलोनी, आवास विकास, आनंद नगर समेत एक दर्जन मोहल्लों में बिजली आपूर्ति बाधित रही। इंदिरा नगर उपकेंद्र से ही जिला अस्पताल भी जुड़ा है। यहां भी बिजली आपूर्ति नहीं हुई। सबसे ज्यादा परेशानी यहां बर्न वार्ड में भर्ती रोगियों को हुई। एसी न चलने के कारण उन्हें गर्मी में रहना पड़ा। वहीं एक्स-रे मशीन भी नहीं चली। जिससे तमाम रोगी अपनी जांच कराने बिना ही वापस चले गए।
इसके अलावां ऊंचाहार, सलोन और परशदेपुर उपकेंद्र की आपूर्ति भी बाधित रही। जिससे 25 हजार ग्रामीण उपभोक्ताओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कहीं पर दो तो कहीं चार घंटे बिजली आपूर्ति बाधित रही। विभाग के अवर अभियंता तो भूख हड़ताल पर बैठे थे। प्रबंधन से नाराजगी के कारण ये मौके पर पहुंचे नहीं। ऐसे में उपकेंद्रों के लाइन स्टॉफ ने ही किसी तरह समस्या को दूर किया। इसके बाद आपूर्ति शुरू हो सकी। उधर, पावर कॉर्पोरेशन के अधीक्षण अभियंता पंकज श्रीवास्तव का कहना है कि लाइनों में जो खराबी आईं थीं, उन्हें दूर करके आपूर्ति बहाल कर दी गई है।