पेड़ों की छंटाई के नाम पर हरियाली मिटा रहे पावर कारपोरेशन के ठेकेदार
रायबरेली : पावर कारपोरेशन और उसके ठेकेदार पेड़ों की छंटाई के नाम पर नगर की हरियाली उजाड़ने में जुटे हैं। मंगलवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ। मजदूरों ने बेवजह पेड़ों को काटकर गिरा दिया, लेकिन उन्हें रोकने वाला मौके पर कोई नहीं था।
अक्सर पेड़ों की डालें बिजली की लाइनों पर आ जाती हैं, जिससे आपूर्ति व्यवस्था प्रभावित होती है। इसे लेकर समय-समय पर पावर कारपोरेशन लाइनों के किनारे स्थित पेड़ों की छंटाई कराता है। इसमें सिर्फ वहीं डालें काटी या छांटी जाती हैं, जिनके बिजली के लाइन पर आने की उम्मीद हो। इसके अलावा पेड़ों पर बेवजह आरा नहीं चलाया जाता। मंगलवार को कचहरी रोड पर भी पावर कारपोरेशन ने यह कार्य कराया था। एक ठेकेदार को यह जिम्मेदारी दी गई थी, जिसने अपने मजदूरों को पेड़ों की छंटाई में लगाया था। श्रमिकों ने डिग्री कालेज चौराहे से कार्य शुरू किया था, इसमें कई जगह हरे-भरे पेड़ों को पूरी तरह काट कर ही गिरा दिया गया। जबकि, इसकी जरूरत ही नहीं थी। पेड़ तो वैसे भी लाइन से दूर थे। कुछ डालें काट कर काम चल सकता था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। एक दो नहीं, बल्कि कई स्थानों पर यह मनमानी हुई। इन श्रमिकों को रोकने या टोकने वाला कोई नहीं था। स्थानीय दुकानदार प्रभु मिश्र, अनिकेत, श्रीनाथ, अंकुर श्रीवास्तव ने कहा कि मनमाने ठेकेदार व उसके मजदूरों ने छंटाई के बाद पेड़ों की डालें भी नहीं हटवाईं। उन्हें सड़क के किनारे छोड़ कर चले गए। उधर, बिजली वितरण मंडल प्रथम के अधीक्षण अभियंता विवेक अग्रवाल का कहना है कि मामला संज्ञान में नहीं है। इसकी जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी।