पीएम नरेंद्र मोदी के आगमन से पहले रायबरेली में लगे 'मोदी गो बैक' के पोस्टर्स
सपा युवजन सभा के एक नेता की ओर से शहर में कैनाल रोड पर होर्डिंग लगवाई गई हैं। इसमें प्रधानमंत्री मोदी के रायबरेली आगमन पर विरोध दर्ज कराया है।
रायबरेली, जेएनएन। कांग्रेस का गढ़ तथा संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी का संसदीय क्षेत्र रायबरेली एक बार फिर से पोस्टर वार की वजह से चर्चा में है। इस बार पोस्टरों के जरिये प्रधानमंत्री पर निशाना साधने की कोशिश की गई है। पूरे प्रकरण पर इस बार भाजपा ने चुप्पी साध रखी है।
सपा युवजन सभा के एक नेता की ओर से शहर में कैनाल रोड पर होर्डिंग लगवाई गई हैं। इसमें प्रधानमंत्री मोदी के रायबरेली आगमन पर विरोध दर्ज कराया है। वहीं स्वराज अभियान द्वारा डिग्री कॉलेज, जेल गार्डेन रोड, सिविल लाइंस ब्रिज के नीचे, नेहरू नगर व शहर के कई मोहल्लों में लगाए गए पोस्टरों में भी पीएम का विरोध किया गया है। पूर्व की भांति ही इस बार भी स्वराज अभियान के पोस्टर में किसी का नाम नहीं दिया गया है।
मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष रामदेव पाल बोले कि अभी हमारा ध्यान प्रधानमंत्री के कार्यक्रम पर है। पोस्टर प्रकरण में फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। वहीं, कांग्रेस जिलाध्यक्ष वीके शुक्ल ने इस कृत्य को नीचतापूर्ण बताते हुए कहा कि राजनीति में नाम चमकाने के लिए लोग इस तरह के हथकंडे अपनाते हैं, जो कि उचित नहीं है। इससे पहले भी शहर में प्रधानमंत्री के आगमन से पहले पोस्टर लगाए गए थे। कांग्र्रेस की रायबरेली संगठन प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा की गुमशुदगी वाले पोस्टर भी जिले में लग चुके हैं। जिसके बाद कांग्र्रेस ने कड़ा एतराज जताया था।