कर्बला की दास्तां सुन हर किसी की आंखें हुईं नम
रायबरेली सातवीं मुहर्रम पर जिले भर में मातमी जुलूस निकले। इसमें कर्बला की दास्तां को सुनकर
रायबरेली : सातवीं मुहर्रम पर जिले भर में मातमी जुलूस निकले। इसमें कर्बला की दास्तां को सुनकर हर किसी की आंखें नम हो गईं।
शहर के हुसैनी इमामबाड़ा जोगी आलम के मुतवल्ली इमाम द्वारा सुन्नत जमात ताजियादार कमेटी की ओर से जुलूस निकाला गया। छूरी का मातम, सीनाजनीं करते हुए जुलूस शेखवाड़ा, दर्जी टोला, किला बाजार होते हुए तेलियाकोट पहुंचा। कमेटी अध्यक्ष मो. अहमद आदि मौजूद रहे। उधर, तेलियाकोट स्थित इमाम बारगाह वसी रजा मरहूम में जाकिरे अहले बैत सैयद मुस्तफा रिजवी ने मजलिस को खिताब फरमाया। इमामबाड़ा मीर मुज्तबा हुसैन कजियाना में मौलाना ने हजरत कासिम की शहादत पर बयां किया। इससे पहले शुक्रवार की रात ताड़तल्ला स्थित इमामबाड़ा सरफराज हुसैन मरहूम से अंजुमन सज्जादिया की सरपरस्ती में कदीमी अलम का जुलूस मगरिब की नमाज के बाद अंजुमन दस्तए जैनुल एबा के मातमदारों ने निकाला।
यह जुलूस ताड़तल्ला, गुरु नानक नगर, पुराना मछली बाजार चौराहा कहारों का अड्डा, छोटी बाजार होता हुआ पुन: उसी इमामबाड़ा पहुंचा। इस मौके पर जायर रिजवी, साजिद जाफरी, असद नकवी, रागिब नकवी, मीसम नकवी, मुन्ना, नाजिम अली आदि मौजूद रहे।
..अपने हसन को दूल्हा बनाते रहे हुसैन
संसू, ऊंचाहार : शनिवार को बड़े इमामबाड़े से जुलूस की शुरुआत हुई। यह नगर के निर्धारित रास्तों से होता हुआ शाम को करीब पांच बजे इमाम चौक पहुंचा। जहां पर लोगों ने जमकर मातम किया। इससे पहले मजलिस में ओवैस ऩकवी ने कहा कि जिसकी एक दिन पहले शादी हुई हो, उसका बेरहमी से कत्ल और फिर लाश को घोड़ों की टाप से रौंदना जालिम के क्रूरता की इंतहा थी। हसनैन मुस्तफाबादी मे पढ़ा कि कासिम को कर्बला में सजाते रहे हुसैन, अपने हसन को दूल्हा बनाते रहे हुसैन सुनकर हर किसी की आंखें नम हो गई। इस मौके पर असद रिजवी, मो. अनस, अदिल नकवी, इमरान, हसन मेंहदी, राहिल आदि मौजूद रहे।