प्रसव पीड़िता को आधा किलोमीटर पैदल चलाया, खड़ंजे पर हो गई डिलीवरी
संसू, हरचंदपुर (रायबरेली) : एंबुलेंस 102 के चालक की लापरवाही से जच्चा-बच्चा की जान को खतरा
संसू, हरचंदपुर (रायबरेली) : एंबुलेंस 102 के चालक की लापरवाही से जच्चा-बच्चा की जान को खतरा पैदा हो गया। प्रसव पीड़िता ने खड़ंजे पर ही नवजात को जन्म दे दिया। इसके बाद चालक मय एंबुलेंस वहां से भाग निकला। हालांकि, ऊपर वाले का शुक्र रहा कि जच्चा-बच्चा स्वस्थ्य और सुरक्षित हैं। निजी अस्पताल में उनका प्राथमिक उपचार कराया गया।
घटना शुक्रवार सुबह की है। क्षेत्र के खिजिरपुर करौंदी निवासी अशोक आर्य ने बताया कि उनके छोटे भाई अमित की पत्नी रामावती को 9 नवंबर की भोर में प्रसव पीड़ा हुई। इसके बाद आशा बहू को बुलाया गया। उसने स्थिति को देखकर 102 नंबर डायल कर एंबुलेंस बुला ली। चालक एंबुलेंस गांव में तो लाया लेकिन गर्भवती के दरवाजे तक नहीं ले गया। उसने गांव के बाहर ही गाड़ी घुमाकर खड़ी कर दी। कहा कि, यहां तक महिला को लाओ, गाड़ी गांव के अंदर नहीं जाएगी। चालक का अड़ियल रुख देखकर परेशान परिवारीजन गर्भवती को पैदल ही लेकर चल दिए। घर से लगभग आधा किमी दूर गाड़ी खड़ी थी। रास्ते में ही रामावती की प्रसव पीड़ा बढ़ गई। आशा बहू और साथ आई महिलाओं ने उसे खड़ंजे पर ही लिटा दिया। रामावती ने खड़ंजे पर ही स्वस्थ्य शिशु को जन्म दिया। यह देख एंबुलेंस तुरंत ही वहां से भाग निकला। घरवाले जच्चा-बच्चा को पहले घर लाए। फिर हरचंदपुर में एक निजी क्लीनिक में उनका चेकअप कराया। अभी दोनों स्वस्थ्य हैं। अशोक ने बताया कि वे सोमवार को एंबुलेंस चालक की शिकायत जिलाधिकारी से करेंगे। इस बाबत सीएचसी अधीक्षक एपी ¨सह ने बताया कि शिकायत मिलती है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी। चूंकि, एंबुलेंस 102 का संचालन लखनऊ से होता है, इसलिए सीधे इसके बारे में जानकारी नहीं मिल पाती। हमारी कोशिश रहती है कि सभी को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जाएं।