उत्पीड़न के खिलाफ मीटर रीडरों ने खोला मोर्चा
रायबरेली : बिजली विभाग की बि¨लग एजेंसी के कुछ कर्मचारियों ने शनिवार को उसके खिलाफ मोचा
रायबरेली : बिजली विभाग की बि¨लग एजेंसी के कुछ कर्मचारियों ने शनिवार को उसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उत्पीड़न और शोषण का ही नहीं, बल्कि भर्ती करने के दौरान वसूली करने के आरोप भी लगाए गए। डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन के बाद कंपनी के अफसरों में हड़कंप मच गया है। मामले को निपटाने में अफसर जुट गए हैं।
पावर कॉरपोरेशन ने अब पूरे जिले में बि¨लग का काम एक ही एजेंसी को दिया है। यह काम फ्लूएंटग्रिड देख रही है। जबकि पहले अलग-अलग इलाकों में कई कंपनियां काम करती थी। नई कंपनी ने कुछ पुराने मीटर रीडरों को रखा है। इन्हीं में से कुछ रीडरों ने शनिवार को पहले विद्युत वितरण मंडल प्रथम के एसई पंकज श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपा। फिर कलेक्ट्रेट पहुंच कर विरोध जताया। मीटर रीडर राजेश मौर्य, रोहित मिश्र आदि ने कहा कि करीब तीन महीने से काम कर रहे हैं। मगर, भुगतान के नाम पर कंपनी ने एक फूटी कौड़ी भी नहीं दी। कुछ लोगों को पेमेंट दिया, लेकिन इसमें मनमानी हुई। रीडरों ने आरोप लगाया कि भर्ती के दौरान 7500 रुपये वसूले गए थे। कहा गया था कि 9145 रुपये महीने में मानदेय मिलेगा। मगर, अब तीन महीने काम लेने के बाद ढाई रुपये प्रति बिल भुगतान दे रहे हैं। जिसने इससे इन्कार किया, उसे कंपनी से बाहर कर दिया गया। यही नहीं कंपनी के कहने पर ही रीडरों ने महंगे मोबाइल खरीदे। अब उन्हें न तो पेंमेंट मिल रहा है और न ही कोई उनकी सुनने वाला है। उधर, अधीक्षण अभियंता ने बताया कि कुछ मीटर रीडर ज्ञापन देने आए थे। उनके ज्ञापन को उच्चाधिकारियों को भेज कर उनकी समस्याओं से अवगत करा दिया गया है।
कोट
रायबरेली में मीटर रीडरों की समस्याओं के बारे में पता चला है। इसकी जानकारी मिलते ही मामले में चर्चा करने के लिए मुख्य अभियंता के पास आया हूं। उच्चाधिकारियों से वार्ता के बाद उचित कदम उठाए जाएंगे।
-आदेश, प्रोजेक्ट हेड, फ्लूएंटग्रिड