रायबरेली : 48 घंटे की मशक्कत के बाद 10 हमलावर गिरफ्तार
बछरावां के पास टोल प्लाजा पर जिला पंचायत सदस्यों पर हमला और अपहरण का मामला।
रायबरेली, जेएनएन। टोल प्लाजा पर जिला पंचायत सदस्यों के अपहरण और जानलेवा हमले की घटना के 48 घंटे के बाद पुलिस हमलावरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। घटना में शामिल 10 लोग पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं। इनके पास से एक फॉच्र्यूनर कार भी बरामद हुई है।
कोतवाल रवेंद्र सिंह के मुताबिक पकड़े गए आरोपित लखनऊ भागने की फिराक में थे। सूचना मिलने पर चुरुवा के पास से इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मामले में अभी कई अन्य आरोपित फरार हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस इसे बड़ी कामयाबी के रूप में देख रही है। क्योंकि इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन की खासी किरकिरी हुई थी। यही नहीं गिरफ्तारी के बाद भी पुलिस काफी सतर्क दिखी। हरचंदपुर, शिवगढ़, लालगंज फोर्स के साथ डेढ़ सेक्शन पीएसी भी बुलाई गई थी। पुलिस बल के आने के बाद ही आरोपितों को थाने से बाहर निकाला गया। इसके बाद कड़ी सुरक्षा में जेल ले जाया गया।
इनकी हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने जिन आरोपितों को गिरफ्तार किया है उनमें खीरों थाना क्षेत्र के जोगापुर निवासी भूपेंद्र ङ्क्षसह, लालगंज कोतवाली क्षेत्र के कुम्हौरा के योगेश सिंह उर्फ छोटू, रणगांव के अन्नू सिंह उर्फ कृष्ण बहादुर सिंह, केशव सिंह उर्फ गुरिंंदे, दीपेमऊ के भूपेंद्र सिंह उर्फ रिशू सिंह, लालगंज कस्बे के महेश नगर के शैलेंद्र सोनी, हरचंदपुर थाना क्षेत्र के पूरे तेजू सिंह मजरे बरगदहा के शैलेंद्र सिंह, नसीराबाद थाना क्षेत्र के बभनपुर के बबलू सिंह उर्फ श्याम बहादुर सिंह, डलमऊ कोतवाली क्षेत्र के आफताब नगर के निर्भय प्रताप सिंह और अमेठी जिले के छोटी केसरिया निवासी अरविंंद सिंह शामिल हैं।
ये है पूरा घटनाक्रम
जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव को लेकर 14 मई को जिला मुख्यालय में मतदान होना था। जिला पंचायत सदस्य इसमें शामिल होने जा रहे थे। लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर स्थित लालपुर दखिना टोल प्लाजा के पास हमला कर सदस्यों को अगवा कर लिया गया था। हथियारों से लैस बदमाशों ने यहां जमकर दहशत फैलाई थी। इसी के बाद हरचंदपुर थाना क्षेत्र में सदर विधायक अदिति सिंह के काफिले पर भी हमला हुआ था। जिसमें वह और जिला पंचायत सदस्य राकेश अवस्थी घायल हो गए थे।
अज्ञात पकड़े, खोजे नहीं मिल रहे नामजद
बछरावां पुलिस ने जिस मुकदमे में 10 लोगों को गिरफ्तार किया, उसे जिला पंचायत सदस्य केशन लाल लोधी के बेटे महादेव लोधी ने दर्ज कराया था। इसमें जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह और उनके भाई गणेश सिंह नामजद थे। जबकि अन्य कई अज्ञात थे। इनमें से अज्ञात हमलावरों की शिनाख्त कर इनकी गिरफ्तारी भी शुरू कर दी, जबकि नामजद आरोपित उसे खोजे नहीं मिल रहे हैं। यह बात लोगों को हजम नहीं हो रही है।
हरचंदपुर पुलिस के हाथ अभी खाली
इसी घटनाक्रम की एक एफआइआर जिला पंचायत सदस्य राकेश अवस्थी ने हरचंदपुर में दर्ज कराई थी। इसमें जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह और उनके भाई गणेश ङ्क्षसह के साथ एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह को भी नामजद किया गया था। इसके अलावा शहर की शहजादा कोठी निवासी अभिषेक सिंह, टेरा सिंह, बच्चा सिंह व सात अन्य अज्ञात शामिल थे। फिलहाल हरचंदपुर पुलिस अभी किसी आरोपित तक नहीं पहुंच सकी है।
एकत्र किए जा रहे साक्ष्य : एसपी
एमएलसी दिनेश सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह और उनके भाई गणेश सिंह की गिरफ्तारी न होने के बारे में पुलिस अधीक्षक सुनील सिंह से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सभी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। पता लगाया जा रहा है कि घटना में इनकी भूमिका क्या रही। इसके बाद ही कोई कदम उठाया जाएगा।
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