Move to Jagran APP

आइटीआइ बरात घर में फिर बजेगी शहनाई

रायबरेली : शहर स्थित आइटीआइ बरात घर में 10 महीने बाद एक बार फिर से ्रशहनाई बजेगी। त

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Nov 2018 12:02 AM (IST)Updated: Tue, 20 Nov 2018 12:02 AM (IST)
आइटीआइ बरात घर में फिर बजेगी शहनाई
आइटीआइ बरात घर में फिर बजेगी शहनाई

रायबरेली : शहर स्थित आइटीआइ बरात घर में 10 महीने बाद एक बार फिर से ्रशहनाई बजेगी। तारीख तय हो चुकी है।

loksabha election banner

सरकार की ओर से गरीब कन्याओं की शादी के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना चल रही है। इसी के तहत आइटीआइ बरात घर में 101 जोड़ों ने बीते फरवरी महीने में सात फेरे लिए थे। एक बार फिर ऐसे ही विवाह की तैयारी चल रही है। अबकी बार जोड़ों की संख्या 151 कर दी गई है। ब्लॉकों को वर-वधू के आवेदन जाम करने के लिए लक्ष्य दिया गया है। जिला समाज कल्याण अधिकारी कृष्ण कुमार ने बताया कि अब तक 80 आवेदन जिले में पहुंच चुके ह ं। ब्लॉकों को हर हाल में 27 नवंबर तक सभी आवेदन जमा कराने के कड़े आदेश दिए गए हैं।

101 मंडप की क्षमता, जोड़े होंगे 151

फिलहाल, आइटीआइ बरात घर में आयोजन का तानाबाना बुना जा रहा है। लेकिन स्थान में परिवर्तन हो सकता है। वजह, बरात घर के जिस मैदान में विवाह होने हैं, उसकी क्षमता सिर्फ 101 मंडप लगने की है। जबकि यहां लक्ष्य 151 का है। अफसरों को उम्मीद है कि शायद इतने आवेदन ही न आए। यदि आवेदनों की संख्या 101 से पार हुई तो आयोजन स्थल में तब्दीली हो सकती है।

ये हैं पात्रता के मानक

योजना के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक वर्ग एवं सामान्य वर्ग के गरीब परिवारों को लाभ मिलेगा। इसके अलावां कन्या के अभिभावक प्रदेश के निवासी होने चाहिए। परिवार निर्धन, जरूरतमन्द हो। आय गरीबी की सीमा के अन्तर्गत हो। वधू की उम्र 18 वर्ष या उससे अधिक हो और वर की आयु 21 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। वर-वधू के चयन के लिए अन्य कई मापदंड भी शासन की ओर से निर्धारित किए गए हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.