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बंद कमरे में हुई भ्रष्टाचार की पड़ताल

लालगंज (रायबरेली): जिले के प्रभारी मंत्री से शिकायत के बाद मंगलवार को जिले से अफसरों की एक

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Nov 2018 11:36 PM (IST)Updated: Tue, 13 Nov 2018 11:36 PM (IST)
बंद कमरे में हुई भ्रष्टाचार की पड़ताल
बंद कमरे में हुई भ्रष्टाचार की पड़ताल

लालगंज (रायबरेली): जिले के प्रभारी मंत्री से शिकायत के बाद मंगलवार को जिले से अफसरों की एक टीम पड़ताल करने नगर पंचायत कार्यालय पहुंची। सरेनी विधायक ने यहां विकास के नाम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। टीम ने बंद कमरे में ही छानबीन की और फिर लौट गई। यहां तक कि मीडिया को भी इस जांच से पूरी तरह दूर रखा गया।

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जिला विकास अधिकारी एके वैश्य व शिक्षा विभाग की लेखाधिकारी सीमा पांडेय सुबह 11 बजे के लगभग नगर पंचायत पहुंची। लगभग चार घंटे तक बंद कमरे में जांच चलती रही। ¨प्रट व इलेक्ट्रानिक मीडिया के पहुंचने पर अधिशाषी अधिकारी अनुराग शुक्ला व डीडीओ ने कमरे से बाहर कर दिया। अंदरखाने हुई इस पड़ताल पर अब उंगलियां उठने लगी है। लोगों का कहना है कि ऐसी कोई शिकायत नहीं थी जिसकी बंद कमरे में जांच की जाए। निर्माण कार्याें का भौतिक सत्यापन होना चाहिए था। जांच की बाबत पूछने पर डीडीओ एके वैश्य ने बताया कि विधायक की शिकायत पर वह जांच करने पहुंचे थे। कुछ जरूरी शासनादेश नगर पालिका रायबरेली से मंगाए गए हैं। अभ जांच पूरी नहीं हुई है, इसलिए कुछ कहा नहीं जा सकता। एक दो दिन में जांच पूरी हो जाएगी उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

विधायक ने लगाए थे ये आरोप

सरेनी विधायक धीरेंद्र बहादुर ¨सह ने का कहना है कि पुराने कार्याें को ही फिर से नया दिखाकर सरकारी धन का बंदरबांट किया जा रहा है। इसके लिए महज पांच ठेकेदारों का ही नगर पंचायत में पंजीकरण किया गया है। उन्होंने शासनादेश के बाद भी नवनिर्मित सामुदायिक शौचालय भवनों के लोकार्पण शिलापट पर विधायक का नाम अंकित न कराने की शिकायत भी की थी।


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