घायल मरीज को बिना मरहम-पट्टी किया रेफर
फुर्सतगंज सीएचसी के चिकित्सकों की लापरवाही हाथ-पैर और सिर में लगी थीं गंभीर चोंटें
रायबरेली : खून से लथपथ मरीज को बिना मरहम-पट्टी किए फुर्सतगंज सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। इमरजेंसी में प्राथमिक उपचार के बाद घायल को भर्ती कर लिया गया। इसकी शिकायत इमरजेंसी स्टाफ ने सीएमएस से की है।
जायस के मौजमगंज निवाीस बब्बन पुत्र श्याम बिहारी बुधवार को तेज रफ्तार वाहन की टक्कर से घायल हो गए। उन्हें गंभीर हालत में फुर्सतगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। वहां चिकित्सक ने उसे हाथ तक नहीं लगाया, इलाज की बात तो दूर है। आनन-फानन उसे रेफर कर दिया गया। खून से पूरी तरह लथपथ मरीज को जब अस्पताल लाया गया तो उसकी हालत देख चिकित्सक समेत स्टाफ भी हतप्रभ रह गए। हाथ, पैर और सिर में गहरी चोट देख तुरंत उसका इलाज शुरू किया गया। ऑन कॉल सर्जन को बुलाया गया। चीफ फार्मासिस्ट जीडी शुक्ल ने बताया कि मरीज को गहरी चोटें लगी थीं। कम से कम उसके शरीर पर लगा खून तो साफ कर ही देना चाहिए था। दर्द से कराहता युवक अस्पताल पहुंचा, तब उसका इलाज किया गया।
रेलवे गेट के पास मिला शव, हत्या की आशंका रायबरेली : लखनऊ-प्रयागराज रेल पथ के निकट बेनीकामा रेलवे गेट के पास बुधवार की सुबह एक शख्स का खून से लथपथ शव मिला। गांववालों के सूचना देने के करीब एक घंटे बाद स्थानीय पुलिस आई और तुरंत शव को कब्जे में लेकर चली गई। ग्रामीण हत्या की आशंका जता रहे हैं।
बेनीकामा गांव के लोग सुबह जब खेतों में काम करने के लिए निकले तो रेलवे गेट से करीब 50 मीटर दूर खून से लथपथ शव पड़ा देखा। जब लोग करीब गए तो देखा कि पास में बहुत सारा खून बिखरा पड़ा है। हत्या की आशंका होने पर पुलिस को सूचना दी गई। लेटलतीफी के लिए पहले से चर्चित थानेदार मय पुलिस बल करीब एक घंटे बाद वहां पहुंचे। वारदात होने की आशंका के बावजूद बिना जांच पड़ताल करके शव को कब्जे में ले लिया और वहां से पुलिस लौट गई। मृतक की शिनाख्त देर शाम तक नहीं हो सकी थी।
सीओ अशोक कुमार सिंह ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा। अभी वारदात के बाबत कुछ कहा नहीं जा सकता है।