बंजर में बोई धान की फसल प्रशासन ने कटवाई
रायबरेली सदर तहसील क्षेत्र के सोहलिया गांव में 10 बीघे जमीन पर सालों से लोगों ने कब्जा कर
रायबरेली : सदर तहसील क्षेत्र के सोहलिया गांव में 10 बीघे जमीन पर सालों से लोगों ने कब्जा कर रखा था। जिसे एसडीएम के आदेश पर रविवार को खाली करा लिया गया। बंजर में दर्ज तीन बीघे जमीन पर खड़ी धान की फसल भी कटवा ली गई। कब्जा मुक्त कराई गई भूमि की कीमत करीब 60 लाख बताई जा रही है।
एसडीएम सदर शशांक त्रिपाठी को सोहलिया गांव में सरकारी जमीन पर कब्जे की शिकायत मिली थी। जब इसकी जांच हुई तो 10 बीघे जमीन पर छह लोगों का कब्जा पाया गया। वैसे तो यह जमीन सरकारी दस्तावेजों में बंजर दर्ज है। जबकि, कब्जेदार इसमें पिछले कई सालों से फसल उगा रहे थे। एसडीएम के आदेश पर ही बीती 10 अक्टूबर को इस मामले में एफआइआर दर्ज कराई गई थी। इसके बाद रविवार को नायब तहसीलदार पवन शर्मा की अगुवाई में एक टीम गांव पहुंची और सरकारी जमीन अपने कब्जे में ले ली। नायब तहसीलदार ने बताया कि गांव के ही भगवत किशोर, धर्मेंद्र, दिनेश, बृजेश, गिरिराज, शिव शंकर ने जमीन पर कब्जा कर रखा था। तीन बीघे जमीन पर धान की फसल बची थी। जिसे कटवा लिया गया। शेष खाली पड़ी जमीन पर अगली फसल बोने की तैयारी थी। कार्रवाई करने वाली टीम में लेखपाल संतोष यादव, मो. अहमद, राम गोपाल आदि तहसील कर्मी शामिल रहे।
एक भाजपा नेता का भी था कब्जा
सोहलिया में सरकारी जमीन में कब्जा करने वालों में एक भाजपा नेता का नाम भी सामने आया है। शायद, यही कारण था कि अब तक मामले में कार्रवाई नहीं हुई। सरकारी जमीन पर फसलें लहलहाती रहीं और तहसील के कर्मचारी अंजान रहे। मामला एसडीएम तक पहुंचा तो जाकर कार्रवाई हुई।