संगीत के साथ स्वास्थ्य की बात
राष्ट्रीय कथक संस्थान द्वारा आयोजित शक्तिरूपा कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताओं के साथ ही
राष्ट्रीय कथक संस्थान द्वारा आयोजित शक्तिरूपा कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताओं के साथ ही वक्तव्य, संगीत एवं नृत्य संरचना की प्रस्तुति भी हुई। कार्यक्रम के पहले चरण संवाद में केजीएमयू की ओरल मैक्सिलोफेशियल सर्जन प्रो. दिव्या मेहरोत्रा मौजूद रहीं। दिव्या मेहरोत्रा ने कोरोना पर आधारित स्वास्थ्य संबंधी सावधानी विशेषकर मुंह और दांत से संबंधित स्वास्थ्य एवं सफाई के विषय पर विचार एवं अनुभव रखे।
दूसरे चरण में क्राफ्ट पर आधारित प्रतियोगिता हुई। मेंहदी एवं फेस पेंटिग प्रतियोगिता में विजेता छात्र-छात्राएं बाल वर्ग में अनन्या, प्रिया, सारिशा, अंजलि, मणि एवं पवित्रा और युवा वर्ग में अत्रांशी, सिमरन, श्रेया, प्रखर, ब्राह्मी एवं आकांक्षा को पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम के अंतिम चरण में कथक नृत्यांगना अदिति थपलियाल ने जगदम्बे वंदना, त्रिवट एवं राम वंदना को प्रस्तुत किया। प्रस्तुति की शुरुआत जगदंबे की स्तुति से हुई। इसे सर्मिष्ठा चक्रवर्ती ने स्वर एवं तालबद्ध किया। इसके बाद तीन ताल में निबद्ध, राग पूरिया में त्रिवट प्रस्तुत किया। इसके साथ ही राम वंदना के अंतर्गत महर्षि व्यास द्वारा लिखित रामाष्टकम प्रस्तुत किया। ये सभी प्रस्तुतियां अदिति थपलियाल, अमीषा तिवारी और रोशनी द्वारा पेश की गईं। आयोजन की परिकल्पना एवं अवधारणा राष्ट्रीय कथक संस्थान की सचिव सरिता श्रीवास्तव का रहा।