'मुंडमन परिक्रमा' से निकलेगा निर्मल गंगा का संदेश
डलमऊ (रायबरेली) वे जब सीमा के सजग प्रहरी रहे तो राष्ट्र निश्चिंत रहा क्योंकि उनके लिए
डलमऊ (रायबरेली) : वे जब सीमा के सजग प्रहरी रहे तो राष्ट्र निश्चिंत रहा, क्योंकि उनके लिए देश सेवा सर्वोपरि है। अब जब सेवानिवृत्त हुए तो देश की थाती को संवारने में जुटेंगे। चूंकि गंगा की स्वच्छता देश-प्रदेश दोनों सरकारों के खास एजेंडे में शामिल है। ऐसे में इस नदी को निर्मल बनाने के लिए सरकार और जनता की सहभागिता वाली चेन में पूर्व सैनिक भी जुड़ गए हैं। वे अफसरों संग गोमुख से गंगासागर तक 'मुंडमन परिक्रमा' करेंगे। यह यात्रा पैदल ही होगी, जिसका प्रतिनिधित्व भी सेवा के पूर्व अफसर ही करेंगे।
डलमऊ पहुंचे सेवानिवृत्त मेजर जनरल एके चतुर्वेदी ने बताया कि अतुल्य गंगा ट्रस्ट की ओर से मुंडमन पैदल यात्रा 20 अगस्त को हरिद्वार से गोमुख तक और उसके बाद हरिद्वार से गंगा सागर तक की जाएगी। यात्रा 16 नवंबर को डलमऊ पहुंचेगी। जहां 17 नवंबर को गंगा स्वच्छता अभियान व गंगा विचार गोष्ठी आदि कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। यात्रा का समापन मार्च 2021 को हरिद्वार में होगा। मां गंगा की परिक्रमा को लेकर अतुल्य गंगा ट्रस्ट की ओर से परिक्रमा मार्ग का खाका तैयार किया गया है। यह परिक्रमा चार हजार 900 किलोमीटर लंबी होगी। जो करीब सात माह चलेगी। यात्रा के दौरान 24 से 30 स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम होंगे। जिसका नेतृत्व सेना पदक विजेता लेफ्टिनेंट कर्नल हेम लोहुमी करेंगे। यात्रा गंगा की धारा से 13 किलोमीटर की दूरी से गुजरेगी। इसमें शामिल लोग प्रतिदिन गंगा दर्शन करेंगे।
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देंगे स्वच्छता का संदेश
परिक्रमा का उद्देश्य गंगा किनारे बसे गांव में लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है। सेना के सेवानिवृत्त सैनिक पैदल यात्रा कर लोगों को गंगा को अविरल और स्वच्छ रखने का संदेश देंगे। यात्रा में 100 से अधिक लोग सहभागिता करेंगे।