प्रशिक्षण में गोलमाल, शिक्षकों को परोस रहे घटिया खाना
इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल चहेतों के माध्यम से चल रहा खेल
रायबरेली : शिक्षा विभाग, जहां पर बच्चों को शिक्षित कर सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी जाती है। इसकी जिम्मेदारी गुरुजी निभाते हैं। वही गुरुजी अपने अफसरों के आगे विवश नजर आ रहे हैं। प्रशिक्षण के दौरान घटिया खाना परोसा जा रहा है। इस दौरान कार्रवाई के भय से विरोध नहीं कर पा रहे हैं। अब उन्हें जहां अपने सेहत की चिता सता रही है। इंटरनेट मीडिया पर एक शिक्षक ने वीडियो वायरल कर दिया तो अफसरों के होश उड़ गए।
स्कूल शिक्षा महानिदेशक द्वारा प्रारंभिक शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसी के तहत समय-समय पर प्रशिक्षण भी दिलाया जाता है। इसके लिए पर्याप्त बजट भी होता है। इसमें नाश्ता लेकर खाने तक की व्यवस्था है। पारदर्शिता लाने के लिए बकायदा टेंडर से फर्म चयन करने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे में सांठगांठ करके मनमाने फर्म को जिम्मेदारी दे दी जा रही है। वहीं खाना की गुणवत्ता भी बेहद खराब है। सतांव ब्लॉक के शिक्षकों ने इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया है। इसमें घटिया खाना परोसते दिखाया गया है।
सुपर डिप्टी के जिम्मे खाना से लेकर सबकुछ
शिक्षकों की माने तो यहां पर भ्रष्टाचार चरम पर है। उनके बीच कर ही एक शिक्षक इसमें लिप्त है। उनके ही इशारे पर सबकुछ होता है। उनकी जिम्मेदारी प्रशिक्षण देने तक है, लेकिन हर उस जगह भूमिका रहती है, जहां पर सरकारी धन नजर आता है। इस फर्म में भी उनकी अहम भूमिका है। यहां तक कि उन्हें सुपर डिप्टी के पद से भी नवाजा जाता है।
महानिदेशक ने लापरवाही पर सतांव बीईओ का रोका वेतन
सतांव बीईओ अपने कार्य के प्रति कितने गंभीर है यह स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद के पत्र में साफ झलकता है। 22 फरवरी को कार्यालय संचालन और नेतृत्व कौशल संतोषजनक नहीं मिलने पर वेतन रोक दिया गया है। साथ ही सप्ताह भर में कमियों को दुरुस्त कराकर तीन दिन में साक्ष्यों समेत तथ्यात्मक स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं।
इनकी सुनें
प्रशिक्षण में किसी भी प्रकार गुणवत्ता से समझौता नहीं होने दिया जाएगा। यदि घटिया खाना है तो इसकी जांच कराई जाएगी। हालांकि अभी ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है।
आनंद प्रकाश शर्मा, बीएसए