जहरीला रंग मिलाकर बेचे जा रहे थे खाद्य पदार्थ
रायबरेली होली त्योहार पर मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री न हो इसके लिए एफएसडीए की ओर
रायबरेली : होली त्योहार पर मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री न हो, इसके लिए एफएसडीए की ओर से ताबड़तोड़ नमूने भरे गए थे। जिसमें चार नमूने जांच में फेल हो गए। विक्रेता खाद्य पदार्थों में जहरीला कलर मिलाकर जिले में सप्लाई कर रहे थे, जो लोगों के सेहत पर बुरा प्रभाव डाल रहा था। विभाग की ओर से सभी को नोटिस दिया गया है। एक माह में सभी से जवाब मांगा गया है।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने बीती 14 मार्च को दक्षिणी जहानाबाद से मो. तारिक के यहां से नमकीन बनाने के लिए रखे बेसन का नमूना भरा था। मेरठ लैब से आई जांच रिपोर्ट में नमूना फेल हो गया। रिपोर्ट में यह सामने आया कि बेसन में प्रतिबंधित सिथेटिक कलर का प्रयोग किया जा रहा था। खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने पांच मार्च को मुंशीगंज से रचित गोल्ड कचरी के यहां से पीले व नारंगी रंग और कचरी का नमूना भरा था। लखनऊ लैब से आई रिपोर्ट में सभी नमूने फेल पाए गए। खाने योग्य पीला रंग न प्रयोग कर प्रतिबंधित सिथेटिक कलर मिला पाया गया। नारंगी रंग के नमूने में जांच में प्रतिबंधित अखाद्य रंग सूडान द्वितीय मिला। नारंगी कचरी के नमूने में जहरीला रोडामीन बी प्रतिबंधित सिथेटिक लाल रंग पाया गया। इन खाद्य पदार्थों की जिले में सप्लाई हो रही थी। विभाग की ओर से सभी को नोटिस भेज दी गई है। एक माह में इसका जवाब देना होगा। अभिहित अधिकारी शशांक त्रिपाठी ने बताया कि रचित गोल्ड कचरी के यहां के तीन और एक मो. तारिक के यहां का बेसन का नमूना फेल हो गया है। सभी को नोटिस दी गई है।