पांच साल बाद 'रणगांव' में लगेगी फिर चौपाल
रायबरेली : लालगंज के रणगांव में रायबरेली पुलिस एक बार फिर चौपाल लगाने जा रहा है। पांच
रायबरेली : लालगंज के रणगांव में रायबरेली पुलिस एक बार फिर चौपाल लगाने जा रहा है। पांच साल पहले भी यहां चौपाल लगायी गई थी। इस बार भी उद्देश्य वही है, नशा कारोबार बंद कराना और युवाओं को दिग्भ्रमित होने से रोकना। इस बार भी एसपी ने ही इसकी पहल की है। चौपाल में उन गांवों के प्रतिनिधि भी भागेदारी करेंगे, जहां नशाखोरी बढ़ रही है। अबकी इस कार्यक्रम के लिए प्रशासनिक अमले का भी सहयोग लिया जाएगा।
स्मैक का कारोबार रणगांव में पिछले लगभग एक दशक से फल फूल रहा है। पांच साल पहले तत्कालीन एसपी राजेश पांडेय ने यहां चौपाल लगायी थी। उस वक्त गांव के युवाओं ने एक टीम बनाकर नशा कारोबार के खिलाफ अभियान छेड़ रखा था। एसपी ने इन युवाओं को सम्मानित किया था। साथ ही गांव वालों को विश्वास दिलाया था कि इस अच्छी पहल में उन्हें पुलिस का पूरा सहयोग मिलता रहेगा। उनके स्थानांतरण तक सब ठीक रहा। उसके बाद फिर यहां नशाखोरी बढ़ गई। बीच-बीच में पुलिस डंडा पटकती जरूर है लेकिन इसका कोई असर नहीं दिखता।
एसपी करेंगी अगुआई : एसपी सुजाता ¨सह इस बार चौपाल की अगुवाई करेंगी। नशा उन्मूलन के लिए वह प्रशासनिक अमले का भी सहयोग लेंगी। कुछ इस तरह कार्ययोजना तैयार की जा रही है कि समय-समय पर इसका फीडबैक मिलता रहे। चौपाल के बाद माह में एक बार सीओ और प्रशासनिक अमले से एक अधिकारी गांव के बुद्धिजीवियों, युवाओं के साथ बैठक करेंगे। फिर उनके द्वारा मिली जानकारी और सुझावों की रिपोर्ट एसपी को सौंपेंगे। उसी से आगे की रणनीति तैयार की जाएगी की।
जहां नशाखोरी, ऐसा हर गांव रणगांव
रणगांव में लगने वाली चौपाल में सिर्फ इसी गांव के लोग शिरकत करेंगे, ऐसा नहीं है। इस बार लालगंज सर्किल के उन गांवों के प्रतिनिधियों को बुलाया जाएगा, जहां नशाखोरी बढ़ी हो। स्मैक के साथ गांजा, अफीम के लती लोगों के बारे में उनसे सूचना मांगी जाएगी। भविष्य में दूसरे गांवों में भी चौपाल लगाई जाएगी। ताकि ये संदेश जन-जन तक पहुंच जाए और लोग नशा उन्मूलन के लिए पुलिस के साथ कदम से कदम मिलकर चलने को तैयार रहें।
कोट
रणगांव में स्मैक का कारोबार होता है। इससे लालगंज कस्बे की आबादी भी खासी प्रभावित है। इसलिए रणगांव में चौपाल लगायी जाएगी। नशा कारोबारियों को जेल भेजा जाएगा। नशे के लती लोगों को नशा मुक्ति केंद्र भेजा जाएगा। मेडिकल टीम से भी सहयोग लिया जाएगा।
-सुजाता ¨सह, पुलिस अधीक्षक