तीन ग्राम पंचायतें ओडीएफ की परीक्षा में फेल
रायबरेली : गांवों में शौचालय निर्माण पूरे कराए बिना ही ओडीएफ कराने की खातिर ग्राम पंचा
रायबरेली : गांवों में शौचालय निर्माण पूरे कराए बिना ही ओडीएफ कराने की खातिर ग्राम पंचायतों की सूची मंडल कार्यालय भेज दी गई। इससे पहले जब जांच हुई तो 19 में तीन गांव ओडीएफ के मानकों पर खरे नहीं उतरे। इस पर इन्हें ओडीएफ घोषित करने से साफ मना कर दिया गया है।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत घर-घर शौचालय बनवाने के बाद गांवों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया जा रहा है। पहले जिले स्तर से गांवों को ओडीएफ घोषित किया जाता है। फिर उनकी सूची मंडल कार्यालय भेजी जाती है। कुछ दिन पहले 19 ग्राम पंचायतों की सूची गई थी। मंडल की टीम ने गांवों में जाकर देखा तो हकीकत कुछ और निकली। कहीं शौचालय अधूरे पड़े थे। तो कहीं पर लोगों के बाहर शौच को जाने के प्रमाण मिले। हर तरफ गंदगी की स्थिति देख टीम ने गांवों को खुले में शौच मुक्त घोषित करने पर रोक लगा दी। इनमें दीनशाह गौरा का कीरतपुर चरुहार, खीरों का डोडेमऊ और लालगंज का पलियावीर पुर गांव शामिल है। डीपीआरओ उपेंद्र राज ¨सह ने बताया कि खामियों को दूर करने के बाद गांवों को ओडीएफ घोषित कराया जाएगा।
खुले में शौच से मुक्त हुए ये गांव
अमावां का तेजपुर, संदीनागिन, बछरावां का खैरहनी, बन्नावां, दीनशाह गौरा का सूरजपुर बनापार, हरचंदपुर का कठवारा, खीरों का कालूपुर, चांदेमऊ, हरदी, लालगंज का रेवारी, पसियाखेड़ा, यूसुफपुर, महराजगंज का मांझगांव, सलोन का रघ्घूपुर, माधौपुर, ऊंचाहार का मोखरा आदि ग्राम पंचायत शामिल हैं, जिन्हें ओडीएफ घोषित कर दिया गया है।