पूर्व विधायक सहित एक सैकड़ा कांग्रेसी नेताओं को किया नजरबंद
जिलाध्यक्ष समेत कुछ नेता पहुंचे लखनऊ पुलिस की रोकटोक से नाराज दिखे नेता व कार्यकर्ता
रायबरेली : प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर कृषि विधेयक का विरोध करने लखनऊ जा रहे कांग्रेसियों को जिले में ही रोक दिया गया। इसको लेकर नेताओं की पुलिस से खासी झड़प भी हुई। मगर, जिलाध्यक्ष समेत कुछ नेता लखनऊ पहुंचे और विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। वरिष्ठ पदाधिकारियों ने पुलिस की इस कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं।
सरेनी के पूर्व विधायक अशोक सिंह और उनके समर्थकों को उनके आवास के पास ही सरेनी पुलिस ने रोक लिया। इस पर वे खासे नाराज हुए और पूछा कि क्या कोई आदेश आया है। अगर आदेश हो तो दिखाओ। इस पर थानाध्यक्ष रवेंद्र सिंह ने कहा कि मौखिक आदेश आया है। कोरोना के कारण धारा 144 लागू है। इस वजह से आपको रोका जा रहा है। फिर उन्हें लालगंज नहर कोठी में लाकर नजरबंद कर दिया गया। इनके अलावा डलमऊ से वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक सिंह और सरेनी के राजेंद्र मिश्र को भी नहर कोठी लाया गया। यहां करीब एक सैकड़ा कांग्रेसी नेता और पदाधिकारियों को रोका गया।
जिलाध्यक्ष पहुंचे लखनऊ
लखनऊ में विरोध प्रदर्शन की सूचना पर पुलिस ने रविवार की रात ही कांग्रेसी नेताओं के घर जाकर उन्हें हिदायत दी कि वे राजधानी न जाएं। मगर, पुलिस की चेतावनी को नजरअंदाज करके जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी, शहर अध्यक्ष धीरेंद्र श्रीवास्तव, रमेश शुक्ल सहित कुछ नेता और कार्यकर्ता लखनऊ पहुंच गए। जगतपुर के ब्लॉक अध्यक्ष राकेश सिंह राना के अगुवाई में कार्यकर्ता अपनी-अपनी गाड़ियों से लखनऊ पहुंचे। टोल पर डटी पुलिस
बछरावां टोल प्लाजा पर बछरावां के अलावा हरचंदपुर व निगोहां की पुलिस सुबह ही आकर डट गई। यहां भी कांग्रेसियों की पुलिस से जमकर नोकझोंक हुई। मगर, उन्हें राजधानी नहीं जाने दिया गया। उधर, सिटी मजिस्ट्रेट व सीओ सिटी ने प्रतापगढ़ के पट्टी विधानसभा के पूर्व विधायक राम सिंह पटेल को त्रिपुला चौराहे के पास रोक लिया गया। उन्हें पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में रखा गया। प्रवक्ता बोले,
कांग्रेस के पूर्व विधायक अशोक सिंह और राम सिंह पटेल को पुलिस ने नजरबंद किया। पुलिस सभी प्रमुख पदाधिकारियों को रविवार रात से प्रताड़ित कर रही है। इस तरह की कार्रवाई पूरी तरह से असंवैधानिक है। इसकी कड़ी आलोचना की जाती है। सरकारें चाहे जितना डराने की कोशिश करें, कांग्रेसी अपनी जिम्मेदारियों से विमुख नहीं होंगे, डट कर मुकाबला करेंगे, किसानों के हित के लिए लड़ेंगे।
विनय द्विवेदी, प्रवक्ता कांग्रेस